तलहटी के खेतों में किसानों की फसलें जलमग्न
-
हर स्थिति के निपटने के लिए प्रशासन की पैनी नजर
-
गाँवों में मुनादी करवाकर ग्रामीणों को किया चौकस
-
रात्रि को दो स्थानों पर आई लीकेज, समय रहते जेसीबी लगाकर डलवाई मिट्टी
सच कहूँ/सुनील वर्मा
सरसा। पहाड़ी क्षेत्र में लगातर हो रही बारिश से घग्गर नदी भी उफान पर है। जिससे सरसा में भी जलस्तर लगातर बढ़ता जा रहा है और खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। जिस कारण अधिकारी लगातार घग्घर नदी पर नजर बनाये हुए है। फिलहाल सरसा में घग्घर के अंदर 33500 क्यूसेक पानी पहुंचा है जो क्षमता से 7500 क्यूसेक अधिक है। बढ़ते जलस्तर ने घग्गर के आसपास खेती करने वाले किसानों की चिंताएं बढ़ा दी है।
गावं खैरेकां के पास घग्गर का पानी मुख्य बहाव से बाहर जाकर तलहटी में खेती करने वाले कुछ किसानों की फसलें जलमग्न हो चुकी है, हालांकि अभी भी मुख्य सरकारी बांध को कोई खतरा नहीं है और प्रशासन द्वारा इस पर नजर रखी जा रही है। वहीं रात को घग्घर नदी में पानी के दबाव से दो तटबंधों पर लीकेज शुरू हो गई थी। लेकिन उपस्थित ग्रामीण व कर्मचारियों ने मौका रहते स्थिति को संभाल लिया और जेसीबी लगाकर दोनों ही लीकेज को बंद कर दिया। जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
घग्घर में पानी की क्षमता 26 हजार क्यूसेक
घग्घर में पानी की क्षमता 26 हजार क्यूसेक है। इससे अधिक पानी आने पर अलर्ट घोषित किया जाता है, लेकिन इस बार तो पानी 7500 क्यूसेक ज्यादा चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि घग्घर में पीछे से इतना पानी नहीं आया है। फतेहाबाद, रतिया व पंजाब क्षेत्र में हुई बरसात का पानी भी घग्घर में आ गया है। इसकी वजह से हमारे सरसा में घग्घर का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। रात्रि 11 बजे जलस्तर 28 हजार क्यूसेक के आसपास पहुंचा था और रविवार को दोपहर तक 33500 क्यूसेक पर पहुंच गया। घग्घर में पानी की अधिकता के बाद प्रशासन ने अलर्ट घोषित कर दिया और गांव-गांव मुनियादी करवाई कि वे अलर्ट रहे, घग्घर नदी पर ठीकरी पहरा लगाएं और कहीं पर भी दरार इत्यादि या पानी तटबंध के ऊपर पहुंचता दिखे तो इसकी सूचना तत्काल प्रशासन को दें।
निगरानी के लिए आठ सेक्टरों में बांटा क्षेत्र
घग्घर नदी सरसा जिला के करीबन 82 किमी से होकर गुजरती है। निगरानी के लिए आठ सेक्टर बनाए गए हैं और प्रत्येक सेक्टर में तीन टीमें लगाई गई हैं। पंजाब बार्डर से डबवाली रोड तक दोनों और दो सेक्टर, डबवाली रोड से ओटू तक दो सेक्टर, ओटू से राजस्थान तक चार सेक्टर बनाए गए हैं। प्रत्येक सेक्टर में ट्रैक्टर ट्राली, जेसीबी व मिट्टी से भरे बैग रखवाए गए हैं ताकि समय रहते उनका उपयोग कर नदी को टूटने से बचाया जा सके।
कहां कितना पानी
गुहला चीका 17500 क्यूसेक
खनौरी 11 हजार क्यूसेक
चांदपुरा 13 हजार क्यूसेक
ओटू 25 हजार क्यूसेक
घग्घर में करीबन 33500 क्यूसेक पानी सरसा में पहुंच चुका है जिसमें से 20 हजार क्यूसेक पानी डाउन स्ट्रीम यानि राजस्थान की और छोड़ा जा रहा है। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। सेक्टर अनुसार टीमें लगाई गई हैं। हर गांव में ठीकरी पहरा लगाया गया है।
– एआर भांभू, अधीक्षण अभियंता नहरी विभाग
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।