Death Certificate becomes a Hassle : रानियां (सच कहूँ न्यूज)। प्रदेश सरकार जनता को मूलभूत सुविधाएं घर बैठे उपलब्ध करवाने का ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन गांव खारियां (Kharian) के एक व्यक्ति को पिछले चार वर्षों से अपनी मां की मृत्यु का प्रमाण पत्र प्राप्त करना जी का जंजाल बना हुआ है। Sirsa News
4 साल पहले हुई मां की मृत्यु, प्रमाणपत्र की फाइल 3 बार गायब
मृत्यु प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए खारियां निवासी धीरा पुत्र अमीलाल ने चार वर्ष के दौरान तीन बार निर्धारित फाइल तैयार करवाकर खारियां के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में जमा करवाई लेकिन इस फाइल को जिला मुख्यालय सरसा के बीच रास्ते में तीन बार गायब कर दी गई। जिसके कारण उसकी मां का मृत्यु प्रमाण पत्र आज तक नहीं बन पाया है। Death Certificate
तीन बार फाइल गुम होने के चलते धीरा के हजारों रुपए खर्च हो चुके हैं लेकिन मां की मृत्यु का प्रमाण पत्र अभी तक हासिल नहीं हुआ है। इस मामले को लेकर उन्होंने जिला मुख्यालय पर कई बार शिकायत भी की है लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। धीरा सिंह ने बताया कि 2 जनवरी को खारियां में प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें उसने यह शिकायत रखी। वहां मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व मुख्यातिथियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने की बात कही लेकिन एक माह बाद उसकी फाइल पर कई प्रश्न चिन्ह लगाकर वापिस भेज दी तथा फाइल में लगे कागजात आदि पुराने हो जाने का हवाला दे दिया।
4 साल से लगा रहा चक्कर | Sirsa News
धीरा सिंह का आरोप है कि स्वास्थ केंद्र का एक संबंधित कर्मचारी उसकी फाइल रंजिशवंश गायब करके अपनी गलती पर पर्दा डालने का काम कर रहा है। धीरा सिंह ने बताया कि उनकी माता मनी देवी का निधन 4 मई 2020 को गया था। जिसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 4 साल से खारियां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर सरसा के नागरिक अस्पताल, जिला उपायुक्त कार्यालय के चक्कर लगा चुका है। पीड़ित ने जिला प्रशासन से दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करके मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की है। Sirsa News