हरनन्दीपुरम योजना का ड्रोन के माध्यम से कराएं टोपोग्राफिकल सर्वे: अतुल वत्स 

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Ghaziabad हरनन्दीपुरम योजना का ड्रोन के माध्यम से कराएं टोपोग्राफिकल सर्वे: अतुल वत्स 

गाजियाबाद(सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। जीडीए वीसी अतुल वत्स गाजियाबाद में प्राधिकरण के जरिए प्रस्तावित नई आवासीय योजना “हरनंदी पुरम” (नया गाजियाबाद ) पर लगातार कार्य कर रहे है। वत्स  ने मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के अन्तर्गत प्राधिकरण की नई योजना ‘‘नया गाजियाबाद-हरनन्दीपुरम’’ को लेकर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अफसरों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए है। वत्स की अध्यक्षता में मुख्य नो बिंदुओं पर गंभीरता से चर्चा हुई। बैठक में जीडीए सचिव राजेश कुमार ने जीडीए के जरिए प्राधिकरण की प्रस्तावित नई योजना ‘‘हरनन्दीपुरम’’ योजना के सीमांकन के बारे में विस्तार से अवगत कराया।

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जीडीए वीसी अतुल वत्स ने निर्देश जारी किए कि जीडीए सचिव, एवं प्रभारी मुख्य अभियन्ता के जरिए  संयुक्त रूप से योजना स्थलीय निरीक्षण किया जाए। और अभियन्त्रण अनुभाग 1 व 3 के अंतर्गत निर्मित नार्दन पेरीफेरल रोड व आउटर रिंग रोड के बीच में हो रहे अवैध निर्माण को चिन्हित करते हुए सख्त  कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि साथ ही  योजना का ड्रोन के माध्यम से टोपोग्राफिकल सर्वे भी कराया जाए।   योजना के पश्चिमी क्षेत्र में नंगला फिरोजपुर, अटौर की आबादी दर्शित हो रही हैं। अतः उचित होगा कि नियोजन की दृष्टि से सीमाएं ‘‘जिग-जैग’’ के स्थान पर यथासंभव सीधी रेखा तथा वर्तमान में यदि कोई ग्रामीण मार्ग हो तो उसको आधारित करते हुए इसका ड्रोन सर्वे  भी करा लें। इसके अलावा  पाईप लाईन रोड के साथ-साथ प्राधिकरण द्वारा नार्दन पेरीफेरल रोड की परिकल्पना की गयी। पाईप लाईन रोड मार्ग न होते हुए दो समानान्तर बडे-बडे पाईप आकार में है जिनसे कनेक्टिविटी स्थापित नहीं होती हैं। उन्हें  नार्दन पेरीफेरल रोड परिकल्पना के आधार पर निर्धारित करें । श्री वत्स ने निर्देश जारी किए कि अभियन्त्रण खण्ड व भू-अर्जन अनुभाग समन्वय स्थापित कर, खसरा संख्या को सजरे पर चिन्हित करते हुए आगामी बैठक में समिति के समक्ष प्रस्तुत करें ।

सर्वे के बाद जल्द तैयार  होगी हरनंदी योजना की डीपीआर :वीसी

जीडीए वीसी अतुल वत्स  ने कहा कि योजना के सर्वे उपरान्त डीपीआर की कार्यवाही प्रारम्भ की जायेगी। उन्होंने कहा  कि मास्टर प्लान अनुभाग व अभियन्त्रण अनुभाग ले-आउट,सर्वे किये जाने कन्सलटेन्ट के चयन की कार्यवाही शीघ्र  करे । वर्तमान लागू महायोजना-2021 में योजना की अधिकतम भूमि का भू-उपयोग ‘‘कृषि’’ के अन्तर्गत आता है। जिसे भविष्य में परिवर्तित कराना आवश्यक जरूर होगा।कहा कि प्रस्तावित योजना के अन्तर्गत आने वाली जीएस लैण्ड का चिन्हीकरण सजरा प्लान में कर लिया जाए। इस बैठक में समीक्षा बैठक में सचिव राजेश कुमार, वित्त नियंत्रक एके वाजपेयी, अपर सचिव प्रदीप सिंह, प्रभारी मुख्य अभियंता मानवेन्द्र सिंह , ओएसडी गूंजा सिंह,ओएसडी कनिका कौशिक  एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद  रहे।