कोटा (सच कहूँ न्यूज)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) मुख्यालय से प्राप्त गोपनीय सूचना के आधार पर उपमहानिरीक्षक पुलिस एसीबी कोटा (Deputy Inspector General of Police) कल्याणमल मीणा के द्वारा विजय स्वर्णकार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी कोटा के नेतृत्व में ताराचंद, देशज पुलिस निरीक्षक एवं बृजराज, नरेंद्र सिंह, बबलेश तथा अयाज की गठित टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए शुक्रवार को एसीबी का भय दिखाकर सरकारी अधिकारियों से भारी मात्रा में धन राशि उगाहने वाले गिरोह का पर्दाफ़ाश किया गया है। Kota News
जाँच से प्रकट हुआ है कि, एसीबी मुख्यालय के फ़र्ज़ी लेटरपैड बनाकर तथा सरकारी अधिकारियों को चिन्हित कर उनसे धनराशि वसूल करने के लिए उनके विरुद्ध एसीबी में जाँच लंबित होने की झूठी सूचना अथवा नोटिस देकर उक्त गिरोह के सदस्य उनसे संपर्क करते थे तथा मामले को निपटाए जाने की एवज़ में बारां, डूंगरपुर , नागौर आदि ज़िलों के कई अधिकारियों से लाखों रुपये की अवैध वसूली की गई है ।उक्त आरोपियों द्वारा फ़र्ज़ी रसीद बुक प्रिंट करवा कर अधिकारियों को पैसे की रसीद भी दी जाती थी। आरोपियों द्वारा नक़द व स्वयं / परिजन /परिचितों के खातों में सरकारी अधिकारियों से धनराशि प्राप्त की जाती थी।
इस संबंध में पीड़ित अभियंताओं द्वारा थाना शाहबाद ज़िला बारां पर प्रकरण संख्या 157/2023 तथा थाना जायल ज़िला नागौर पर प्रकरण संख्या 132/2023 ४/२ 420,384,389 कढउ दर्ज करवाये गये हैं । प्रकरण मेंआरोपी वैभव अग्रवाल निवासी झालावाड़ तथा देवेंद्र राठौर निवासी कोटा को श्री विजय स्वर्णकार की टीम द्वारा चिन्हित कर , डीटेन कर शाहबाद पुलिस को सौंपा गया है । संबंधित अनुसंधान अधिकारियों द्वारा उनके संबंध में विस्तृत अनुसंधान प्रारम्भ कर दिया गया है । अनुसंधान से इस गिरोह के द्वारा कारित कई कारनामों का रहस्योद्घाटन होना संभावित है। Kota News
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