पटियाला : ‘गज्जूमाजरा’ बना पंजाब का पहला ‘डिजिटल और कैसलैस’ गाँव

digital 'Gajjumajra'

सराहनीय। स्टेट बैंक आफ इंडिया ने बढ़ाया कदम तो जागरूक हुए ग्रामीण, कुलचे की रेहड़ी वाले से लेकर हर नागरिक कर रहा डिजिटल लेन-देन | Digital ‘Gajjumajra’

पटियाला(खुशवीर सिंह तूर)। पटियाला जिले का गाँव गज्जूमाजरा पंजाब का पहला डिजिटल और कैसलैस गाँव बन गया है। यहां तक कि गाँव में कुलचे की रेहड़ी लगाने वाला भी 10 रूपये तक की पेमेंट डिजिटल ही लेता है। गाँव की महिलाएं सामान खरीदने के लिए अगूंठा लगाकर अपने खाते द्वारा ही पैसों का भुगतान करती हैं। डिजिटल और कैसलैस बनने वाला यह गाँव स्टेट बैंक आफ इंडिया के सहयोग से ही पंजाब का पहला गाँव बना है।  जानकारी अनुसार लगभग 3 हजार की आबादी वाला गाँव गज्जूमाजरा पटियाला से लगभग 30 किलोमीटर दूर संगरूर जिले की सीमा के साथ लगता है। इस गाँव की खास बात ये है कि गाँव में एसबीआई की ब्रांच, कोआॅप्रेटिव बैंक, डाकखाना, टैलिफोन एक्सचेन्ज, बिजली ग्रिड आदि सुविधएं हैं।

लगभग 3 हजार की आबादी वाला गाँव है गज्जूमाजरा | Digital ‘Gajjumajra’

इस गाँव को डिजिटल बनाने का बीड़ा स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की ओर से उठाया गया। इसके बाद दो महीने की मेहनत के बाद यह गाँव 8 नवंबर को पंजाब का पहला डिजिटल गाँव बन गया। गाँव में लगभग 15 दुकानें हैं, जिनमें करियाणा स्टोर, जनरल स्टोर, नाई की दुकानों, फास्टफूड आदि शामिल हैं, जहां डिजिटल पेमेंट का ही भुगतान होता है। इन दुकानदारों की ओर से एसबीआई का मोबाईल एप्लीकेशन डाउनलोड किया हुआ है, जिसके साथ इनका खाता जुड़ा हुआ है।

गाँव में कुलचों की रेहड़ी लगाने वाले ने बताया कि पहले उसे कुछ थोड़ी मुश्किल आई थी, परंतु अब अधिकतर लोग डिजिटल ही भुगतान करते हैं। अन्य दुकानदारों का कहना है कि आम लोगों में कैसलैस का रुझान बढ़ गया है और डिजिटल अदायगी ही की जा रही है। करियाणा दुकानदार सतनाम सिंह ने बताया कि लोगों के खाते आधार कार्ड के साथ लिंक होने के कारण अंगूठा लगाने के बाद सबंधित पेमेंट का भुगतान हो जाता है।

गाँव के सरपंच चमकौर सिंह का कहना है कि चाहे उनके गाँव में पहले ही शहर जैसी सुविधाएं मौजूद हैं, परंतु डिजिटल गाँव बनने से वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गाँव के युवाओं की ओर से एसबीआई बैंक की योनो एप डाउनलोड की हुई है, जिससे पैसे लेन-देन की ट्राजैक्शन की जाती हैं। उन्होंने कहा कि चाहे गाँव के अधिकतर लोग डिजिटल तकनीक के साथ लैस हो गए हैं, लेकिन अभी भी कुछ लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।

अब गाँव को करेंगे प्लास्टिक मुक्त : सरपंच

  • गाँव के सरपंच चमकौर सिंह का कहना है कि वह गाँव को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए भी मुहिम शुरू कर रहे हैं।
  • उन्होंने कहा कि इस संबंधी गाँव के लोगों को प्लास्टिक के साथ होते नुक्सानों से अवगत करवाया जा रहा है,
  • ताकि वह खुद ही प्लास्टिक से किनारा कर लें।
  • उन्होंने कहा कि गाँव में पंचायत की ओर से गाँव को नंंबर वन गाँव बनाने के लिए अपने स्तर पर हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं।

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