गगनप्रीत सिंह स्टडी बेस पर गया था इंग्लैंड, फीस के अभाव में डोंकी के रास्ते पहुंचा अमेरिका

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भूना, सच कहूँ/संगीता रानी। अमेरिका से डिपोर्ट हुए दिगोह निवासी 24 वर्षीय गगनप्रीत सिंह के माता-पिता व छोटी बहन की आंखों से आंसू टपक रहे हैं। इकलौते बेटे के भविष्य को लेकर उसकी मां चारपाई पर बैठी हुई बार-बार बेहोश हो रही थी। गांव के सरपंच हरसिमरन सिंह व ग्रामीण मौके पर परिजनों को संभाल रहे थे। परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य हालत खराब होने के चलते डॉक्टर को भी मौके पर बुलाया हुआ था। सुखविंदर सिंह उर्फ काला के 24 वर्षीय बेटे साथ हुए घटनाक्रम को लेकर ग्रामवासी भी दुख प्रकट कर रहे हैं। हालांकि अमेरिका से डिपोर्ट हुए गगनप्रीत सिंह बुधवार की देर शाम तक अपने जन्मभूमि दिगोह गांव में नहीं पहुंचे थे। परंतु ग्रामीण उनसे संपर्क बनाने के लिए बार-बार इधर-उधर प्रयास कर रहे थे।

स्टडी बेस पर गया था इंग्लैंड, फीस के अभाव में डोंकी के रास्ते पहुंचा अमेरिका

दिगोह गांव निवासी 52 वर्षीय सुखविंदर सिंह उर्फ काला ने अपने 24 वर्षीय इकलौते बेटे गगनप्रीत सिंह को विदेश में पढ़ाई और जॉब करने के लिए सपने सोंजाए थे। इसलिए उन्होंने अपनी साढ़े तीन एकड़ जमीन में से ढाई एकड जमीन बेचकर इंग्लैंड का वीजा लगवाकर सितंबर 2022 में विदेश भेजा था। परंतु वहां पर पार्ट टाइम जॉब नहीं मिलने के कारण बीए तृतीय वर्ष की यूनिवर्सिटी फीस नहीं दे सका। लेकिन घरेलू हालात भी आर्थिक रूप से कमजोर हो गए। इसलिए गगन प्रीत ने इंग्लैंड में वीजा एजेंट के झांसे में आकर डोंकी के रास्ते से अमेरिका में जनवरी 2025 में जॉब करने के लिए पहुंच गया। जहां पर अवैध तरीके से एंट्री करने के चलते गगनप्रीत सिंह को कुछ दिन पहले ही हिरासत में ले लिया था। जिसके कारण परिजनों से करीब 20 दिनों से फोन पर संपर्क नही हो पा रहा था। जिसके कारण तभी से ही परिवार के लोग गहरे सदमे में थे।

अमेरिका की ओर से डिपोर्ट किए गए प्रवासी भारतीयों में एक फतेहाबाद जिले का हैं। इनमें एक भूना के गांव दिगोह से है। डिपोर्ट की सूचना मिलने के बाद से इनके परिवार में भी खलबली मची हुई है। गांव दिगोह में गगनप्रीत के घर पर परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए पड़ोसी आ रहे हैं, वहीं रिश्तेदार फोन पर जानकारी ले रहे हैं।

गौरतलब है कि अमेरिका ने बुधवार को नई इमिग्रेशन पॉलिसी के तहत 104 अवैध प्रवासी भारतीयों का जबरन डिपोर्ट कर दिया। अमेरिकी एयरफोर्स का विमान सी-17 ग्लोबमास्टर इन्हें लेकर अमृतसर के एयरफोर्स के एयरबेस पर उतरा। इनमें पंजाब के 30, हरियाणा-गुजरात के 33-33 लोग शामिल हैं।

ढाई एकड़ जमीन बेचकर भेजा था बेटा

गांव दिगोह के सरपंच हरसिमरन सिंह ने बताया कि गांव के ही सुखविंद्र सिंह उर्फ काला का 24 वर्षीय बेटा गगनप्रीत सिंह सितंबर 2022 में इंग्लैड स्टडी वीजा पर गया था। परिवार के पास साढ़े तीन एकड़ जमीन थी। इसमें से ढाई एकड़ जमीन बेचकर परिवार ने बेटे को विदेश भेजा था। गगनप्रीत अपने पिता का इकलौता बेटा है। उसकी एक 20 साल की छोटी बहन है, जो पढ़ाई कर रही है।

पिछले महीने ही डोंकी के रास्ते गया था अमेरिका

ग्रामीणों के अनुसार, पिछले महीने ही गगनप्रीत डोंकी के रास्ते अमेरिका गया था ताकि वहां काम कर सके और परिवार की सहायता के लिए पैसे भेज सकें। मगर इसी बीच वह डिपोर्ट कर दिया गया है।

परिवार के पालन-पोषण के लिए पशुपालन का सहारा

गगनप्रीत के पिता सुखविंद्र सिंह उर्फ काला परिवार के पालन-पोषण के लिए पशुपालन करते हैं। उन्होंने घर में चार-पांच भैंसें रखी हुई, जिनका दूध बेचकर घर का गुजारा करते हैं। गगनप्रीत की मां गृहिणी है।

20 दिन पहले ही हुई आखिरी बार बातचीत

सरपंच के अनुसार परिवार की आखिरी बार गगनप्रीत के साथ 20 दिन पहले फोन पर बातचीत हुई थी। उसके बाद से उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा है। अब डिपोर्ट की बात सुनने के बाद परिवार बेहद चिंताग्रस्त है। मां-बाप मीडिया से बातचीत करने में भी झिझक रहे हैं।

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