चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। भारत- जी-20 एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप मीटिंग (G20 Agriculture Working Group Meeting) के प्रतिनिधियों को 29 मार्च, 2023 को एक सुखद आश्चर्य हुआ, क्योंकि उन्हें चंडीगढ़ के रॉक गार्डन के चमत्कारों का पता लगाने का मौका मिला। उद्यान, जिसे नाथूपुर के नेकचंद सैनी के रॉक गार्डन के रूप में भी जाना जाता है, एक मूर्तिकला उद्यान है जो पूरी तरह से औद्योगिक और घरेलू कचरे और बेकार वस्तुओं से बनाया गया है।
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प्रतिनिधि बगीचे की सुंदरता और विशिष्टता से मुग्ध थे। उनके साथ स्थानीय नृत्य और संगीत की विशेषता वाले एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया और उन्हें क्षेत्र की समृद्ध और विविध पाक विरासत का अनुभव करने का मौका मिला। बाजरा से बने व्यंजन में बाजरा चीजकेक, बाजरा चॉकलेट ब्राउनी, बाजरे की रोटी, दाल बाटी चूरमा, बाजरा टिक्की और भी बहुत कुछ शामिल हैं।
मुख्य आकर्षण में से एक प्रतिनिधियों के लिए मेहंदी कला को आजमाने का अवसर था। कई विदेशी महिला प्रतिनिधि इस प्राचीन भारतीय कला रूप से मोहित हो गईं और अपने हाथों पर जटिल डिजाइन प्राप्त करने का आनंद लिया। प्रतिनिधियों को दिखाई गई फिल्म में रॉक गार्डन के इतिहास और कामकाज को दशार्या गया। वे नेक चंद और इस परियोजना पर काम करने वाले लोगों के समर्पण से चकित थे।
रॉक गार्डन के बारे में
उद्यान के संस्थापक, नेकचंद सैनी, एक सरकारी अधिकारी थे, जिन्होंने 1957 में अपने खाली समय में गुप्त रूप से उद्यान का निर्माण शुरू किया था। आज उद्यान 40 एकड़ (16 हेक्टेयर) के क्षेत्र में फैला हुआ है और रचनात्मकता का एक प्रमाण है।
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