नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। प्रसिद्ध रणनीति और प्रबंधन परामर्श सेवा कंपनी आर्थर डी.लिटिल की एक नयी रिपोर्ट में भारत में वेब3 और मेटावर्स बाजार के वार्षिक 40 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया गया है और कहा गया है कि यह बाजार 2035 तक सालाना 200 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर का होगा। Web 3
रिपोर्ट पर आर्थर डी. लिटिल इंडिया के भारत और दक्षिण एशिया के प्रबंध साझीदार बार्निक चित्रन मैत्रा ने कहा, ‘भारत वेब3 और मेटावर्स क्षेत्र के लिए दृष्टिकोण मजबूत है और इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश किये गये हैं। कंटेंट निमार्ता और गेमिंग स्टार्टअप ऐप्स बिचौलियों के बगैर ही सीधे उपयोगकर्ता का मुद्रीकरण करने के लिए वेब3 का लाभ उठा रहे हैं। कारपोरेट अपने कर्मचारियों और ग्राहकों के साथ अधिक सार्थक रूप से जुड़ने के लिए मेटावर्स क्षेत्र का निर्माण कर रहे हैं। भारत के लिए 2035 तक 200 अरब डॉलर के वेब3 और मेटावर्स उद्योग की क्षमता की उपलब्धि के लिए स्टार्टअप, निवेशकों,कारपोरेट्स और सरकार की ओर से ठोस कार्रवाई की आवश्यकता होगी। Web 3
रिपोर्ट मेटावर्स को इंटरनेट के भावी संस्करण के रूप में परिभाषित करती है। इसका वैश्विक बाजार 2030 तक 13 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच सकता है। अनुमान है कि 2030 तक 160 लाख करोड़ डॉलर के कुल वैश्विक कुल सकल घरेलू उत्पाद (वैश्विक जीडीपी) का लगभग आठ प्रतिशत वेब3 और मेटावर्स क्षेत्र से आयेगा। रिपोर्ट के अनुसार भारत की ई-कॉमर्स अपनी पैठ बढ़ाने के लिए तैयार है, जो खुदरा और वित्त क्षेत्रों में बढ़ोतरी के लिए वेब3 और मेटावर्स प्रौद्योगिकी के लिए एक अवसर पर पेश करता है। इसके अलावा डिजिटल भुगतान अपनाने में भारत का नेतृत्व वेब3 पारितंत्र में फिनटेक समाधानों के एकीकरण का मार्ग प्रशस्त करता है। Web 3
मैत्रा ने कहा कि वेब3 और मेटावर्स में 200 अरब डॉलर की क्षमता हासिल करने में भारत की मदद करने के लिए निवेशकों, कारपोरेट्स, स्टार्ट-अप और सरकार को मिलकर काम करने की जरूरत है। यह रिपोर्ट वेब3 और मेटावर्स अवसरों का लाभ उठाने के लिए सभी प्रासंगिक हितधारकों के लिए अनिवार्यताओं पर प्रकाश डालती है। Web 3
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