मकान तोड़ने के विरोध में किसान ट्रैक्टर लेकर पहुंचे, फूंका पुतला

Kairana News
Kairana News: बैनामा लेखकों को हिरासत में लिए जाने पर जताया आक्रोश

जालंधर (सच कहूँ न्यूज)। जालंधर में लतीफपुरा के लोगों ने घर तोड़ने के विरोध में किसान संगठनों और सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर शहर में रोष रैली निकाली। रोष रैली के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान और जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन जगतार सिंह संघेड़ा के खिलाफ नारेबाजी की। लतीफपुरा में सुबह ही विभिन्न किसान और समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता इकट्ठा होने शुरू हो गए थे। लतीफपुरा में एक पुतला बनाकर उस पर मुख्यमंत्री भगवंत मान और जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन के फोटो लगाए गए। इसके बाद पुतले को अर्थी पर सजाकर महिलाओं ने सफेद दुपट्टा लेकर रो-रोकर दोनों को कोसा। इसके बाद पुतला जीप पर रखकर अर्थी निकाली।

यह भी पढ़ें:–5 सेकेंड में वापस आ सकेगा वाटसएप पर डिलीट हुआ मैसेज

शहर में किसान जत्थेबंदियों से जुड़े किसान रोष रैली में भाग लेने के लिए ट्रैक्टर लेकर पहुंचे थे। इसके अलावा बहुत सारे समाजसेवी गाड़ियों और बाइकों पर आए थे। महिलाएं कुछ गाड़ियों में सवार थी बहुत सारी महिलाएं-बुजुर्ग और जवान पैदल हाथों में झंडे लेकर रोष रैली में शामिल हुए। शहर जहां से भी रोष रैली निकल रही थी उस चौक पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही थी। लतीफपुरा से शुरू हुआ रोष मार्च मॉडल टाउन मार्केट में गुरुद्वारा श्री तेग बहादुर के सामने से होते हुए मिल्क बार चौक पहुंचा। उसके बाद गुरु नानक मिशन चौक, बीएमसी चौक, कंपनी बाग चौक, फिर नामदेव चौक, सर्किट हाउस वाले मार्ग से होते हुए गुरु नानक मिशन चौक पर सम्पन्न हुआ। सभी ने इकट्ठे होकर समाप्ति के समय भगवंत मान के पुतले को आग लगाई।

रोष रैली को अच्छा खासा रिस्पॉन्स मिलने के बाद किसान, समाजसेवी संगठनों ने लतीफपुरा वासियों के साथ मौके पर ही फैसला लिया कि पहली जनवरी को अब शहर में नहीं बल्कि हाईवे पर रोष प्रदर्शन करेंगे। सभी ने सामूहिक रूप से फैसला लिया है कि पहली जनवरी को फिर से सभी लोग भारी संख्या में इकट्ठा होकर हाईवे को जाम करेंगे। लतीफपुरा में सरकार ने घरों को तो तोड़ दिया, लेकिन अब जो लोगों में रोष है, उससे रोज किरकिरी हो रही है। उसका कोई हल नजर नहीं आ रहा है। जिस तरह से आम आदमी पार्टी को छोड़ कर शेष सभी विरोधी दलों के नेता लतीफपुरा के चक्कर लगा रहे हैं उससे अब यह एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है। अब सरकार को इस मुद्दे का हल नजर नहीं आ रहा है। लोगों के आगे फ्लैट देने की प्रपोजल रखी थी उसे भी लोगों ने नकार दिया।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।