हर साल 60 हजार लोग बनते हैं रेबीज का शिकार
- रेबीज जानलेवा बीमारी है, जिससे बचाव के लिए जागरूकता जरूरी: डॉ. रविंद्र सहरावत | Bhiwani News
भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। रेबीज वैक्सीन (Rabies Vaccine) के जनक लुई पाश्चर की स्मृति में रेबीज बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है। रेबीज एक खतरनाक जानलेवा बीमारी है। इस बीमारी से लगभग 60 हजार लोग प्रतिवर्ष मरते हैं। वर्ल्ड रेबीज दिवस के दिन वीरवार को भिवानी के राजकीय पशु पॉलीक्लिनिक में एंटी रेबीज वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन पशुपालन एवं डेयरी विभाग हरियाणा द्वारा व एनिमल सिंपैथी आॅगेर्नाइजेशन के सहयोग से किया गया। कैंप में मुख्य अतिथि के रूप में भिवानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रघुवीर सिंह शांडिल्य व अतिथि के रूप में बलवंत सिहाग ने शिरकत की। Bhiwani News
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. रविंद्र सहारवत ने कहा कि रेबीज बीमारी से केवल बचाव ही संभव है। रेबीज बीमारी होने के बाद इसका कोई इलाज नहीं है। ऐसे में वे आमजन से अनुरोध करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग रेबीज के प्रति जागरूक करें, ताकि रेबीज जैसी बीमारी से भारत को मुक्त बनाया जा सके। इस मौके पर उपस्थित उपमंडल अधिकारी डॉ. प्रदीप, पॉलीक्लिनिक इंचार्ज डॉ. राजेश जाखड़, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. दिनेश कुमार व अन्य राजकीय पॉलीक्लिनिक भिवानी की टीम व एनिमल सिंपैथी आॅर्गेनाइजेशन की टीम के सहयोग से लगभग 115 कुत्तों को मुफ्त में एंटी रेबीज वैक्सीन के टीके लगाए गए। Bhiwani News
इस मौके पर पॉलीक्लिनिक इंचार्ज डॉ. राजेश जाखड़ व एनीमल सिंपैथी ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एडवोकेट कुलदीप शर्मा ने कहा कि इस वर्ष पशुपालन विभाग द्वारा एनिमल सिंपैथी ऑर्गेनाइजेशन के सहयोग से 28 सितंबर से 5 अक्टूबर तक जिले के विभिन्न उपमंडल व खंड स्तरीय पशु चिकित्सालयों में नि:शुल्क एंटी रेबीज वैक्सीनेशन मुहिम चलाकर पालतू व आवारा कुत्तों का नि:शुल्क एंटी रेबीज टीकाकरण किया जाएगा।
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