
घरौंडा (सच कहूँ न्यूज़)। Gharaunda News: घरौंडा के गांव अराईपुरा के एक युवक से आयरलैंड भेजने के नाम पर 30 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर संपर्क के बाद आरोपियों ने 35 दिन में वीजा लगवाने का भरोसा दिलाया। दस्तावेज और पासपोर्ट लेकर फर्जी ऑफर लेटर, वीजा और टिकट भेजे गए। कई खातों में पैसे ट्रांसफर करवाने के बाद टिकट कैंसिल करने का बहाना बनाया गया। जांच में सभी दस्तावेज फर्जी निकले। युवक की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। Karnal News
अराईपुरा के शिकायतकर्ता निखिल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि यह पूरी साजिश सोशल मीडिया से शुरू हुई थी। मार्च 2024 में उसकी बातचीत सुखजिन्द्र नामक व्यक्ति से हुई, जिसने खुद को विदेश भेजने का एजेंट बताया। बातचीत के दौरान सुखजिन्द्र ने भरोसा दिलाया कि वह आयरलैंड और फिनलैंड का वीजा आसानी से लगवा सकता है। कुछ दिन बाद, सुखजिन्द्र ने निखिल की बातचीत गुरविन्द्र और उसकी पत्नी रूपिन्द्र कौर से करवाई। इस दौरान पीड़ित को भरोसा दिलाया गया कि वे विदेश भेजने में पूरी मदद करेंगे। आरोपियों ने दावा किया कि 35 दिन में वीजा लग जाएगा और इसके लिए कुल 30 लाख रुपये का खर्च आएगा। इसके अलावा, टिकट और डॉलर का खर्च अलग से बताया गया।
पहली किस्त में ही ऐंठ लिए 2 लाख रुपये | Karnal News
आरोपियों ने पहली बार मिलने पर ही 2 लाख रुपये नकद ले लिए और यह कहकर बात खत्म की कि अब वे काम शुरू कर देंगे। इसके बाद, सुखजिन्द्र ने पीड़ित से जरूरी दस्तावेज मंगवाए। कुछ दिनों बाद, पीड़ित को ऑफर लेटर और वीजा की पीडीएफ भेजी गई, जिससे उसे यकीन हो गया कि सब कुछ सही तरीके से हो रहा है। गुरविन्द्र और सुखजिन्द्र ने फर्जी ऑफर लेटर और वीजा की पीडीएफ भेजकर पीड़ित का विश्वास जीत लिया। इसके बाद आरोपियों ने पासपोर्ट मंगवा लिया। पीड़ित को 22 मई 2024 को एक टिकट भेजी गई, जो 28 जून की थी। इस बीच आरोपियों ने निखिल से धीरे-धीरे बड़ी रकम वसूली।
बड़ी रकम खाते में भेजी, फिर भी नहीं हुआ काम
पीड़ित ने गुरविन्द्र के कहने पर अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर किए। 20 मई 2024 को गुरविन्द्र के खाते में 4 लाख रुपये, उसकी पत्नी रूपिन्द्र के खाते में 3 लाख रुपये और विजय नामक व्यक्ति के खाते में 2.5 लाख रुपये भेजे गए। 21 मई को सुखजिन्द्र के खाते में 1.5 लाख रुपये और जितेन्द्र के खाते में 3 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए।
टिकट कैंसल होने के बहाने से बढ़ी शक की सुई | Karnal News
जब पीड़ित को 22 मई को टिकट दी गई, तो 25 जून को आरोपियों ने उसे दसुहा बुलाया और यश बैंक में 4 लाख रुपये नकद जमा करवाए। इसके बाद पासपोर्ट वापस दे दिया गया। 26 जून को आरोपियों ने कॉल कर यह जानकारी दी कि 28 जून की टिकट कैंसिल हो गई है। इसके बाद वे बार-बार टिकट टालते रहे, जिससे पीड़ित को शक होने लगा।
एम्बेसी से हुई असली जांच में फर्जीवाड़ा उजागर
पीड़ित ने जब ऑफर लेटर और वीजा की जांच एम्बेसी से करवाई, तो दस्तावेज पूरी तरह फर्जी पाए गए। टिकट भी नकली निकली। इसके बाद जब निखिल ने आरोपियों से बात करने की कोशिश की तो वे बार-बार कॉल करने के बावजूद जवाब नहीं दे रहे थे। थाना घरौंडा में आईपीसी की धारा 420 और 120बी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच अधिकारी रवि ने बताया कि निखिल ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दी है। शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जांच में जिस तरह के भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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