कमाई भी गई, लोन भी नहीं मिला

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लोन का झांसा देकर नकली फाईनेंस कंपनी ने हड़पे लाखों

कार्यालय में नहीं मिले अधिकारी व कर्मचारी

मामले को लेकर आज एसडीएम व डीएसपी से करेंगे शिकायत

नरवाना (बिन्टू सिंह)। शहर में लोन देने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। जिसका खुलासा तब हुआ जब लोन लेने के लिए सीटीएस माईक्रो फाईनेंस कार्यालय में पहुंचे। कार्यालय पहुंचने पर लोगों ने देखा कि जहां उनक ो लोन के रुपए मिलने थे वहां कोई भी फाईनेंस अधिकारी व कर्मचारी मौजूद नहीं था।

बतां दें कि कंपनी ने लोन देने के नाम पर दर्जनों लोगों से पहले से पहले ही लाखों की रकम ले ली थी। लोन लेने से पहले ही लोगों ने 15 से 50 हजार रुपए जमा करवाए हुए थे। लोगों ने बताया कि इस कंपनी में अगर एक व्यक्ति को चार लाख का लोन लेना है तो लोन होने से पहले उसे 15 हजार रुपए जमा करवाने थे।

उन्होंने भी ऐसा किया, जिसने जितना लोन लेना था। उसके हिसाब से इस कंपनी के कार्यालय के कर्मचारियों को नकद रूपए दे दिए। लोगों ने बताया कि जब यह कार्यालय खुला था तो यहां लगभग 15 कर्मचारी काम करते थे, लेकिन जब यहां सिर्फ रद्दी व कागज पड़े हैं।

कई शहरों में स्थापित हैं ऐसे कार्यालय

पीड़ित लोगों ने कहा कि जब इस कार्यालय का उद्घाटन डूमरखा गांव के विक्रम सिंह ने किया था तो एमडी सुनील कुमार ने बताया था कि उनकी इस कंपनी के कार्यालय नरवाना के अलावा गोहाना, टोहाना, जलवाना में भी है।

जहां को लोगों को लोन देकर उन्हें अपना खुद का व्यवसाय करने के लिए प्रेरित व आर्थिक रूप से मजबूत किया जाता है। देखा जाए तो नरवाना में लोगों के साथ हुई इस ठगी के बाद दूसरे शहरों में ऐसे की हालात होंगे। लोगों ने कहा कि वह आज वीरवार को इस मामले को लेकर एसडीएम व डीएसपी से शिकायत करेंगे।

कार्यालय में नहीं मिला कोई अधिकारी व कर्मचारी

ग्रामीण सुखबीर, नानू राम, सीता देवी, पिंकी, नीलम, कमलेश सहित अन्य कई लोग ऐसे हैं। जिन्होंने लोन मिलने के झांसे में आकर यहां इस फाईनेंस कंपनी के अधिकारियों के पास अपने जरूरी दस्तावेजों की फोटो कॉपी व रुपए जमा करवाए थे।

इन लोगों ने बताया कि उन्हें कंपनी के एमडी सुनील कुमार बिगाना ने बस स्टैंड के सामने स्थित सीटीएस माईक्रो फाईनेंस के कार्यालय में लोन देने के लिए बुलाया था। लेकिन जब उस कार्यालय में कोई कर्मचारी नहीं मिला तो लोगों ने

सुनील कुमार के घर जाकर उसके बारे में पूछा जहां उन्हें जवाब मिला की वह तो घर से कई दिनों से गायब है और वे उसके बारे में कुछ नहीं जानते। जिससे लोन लेने वाले ग्रामीणों के पैरो तले से जमीन खिसक गई और उन्होंने पता लग गया कि वे किसी चापलूस ठग के झांसे में फंस गए हैं।

सुखबीर ने जमा करवाए थे 46 हजार

गांव घोघड़ियां निवासी सुखबीर ने बताया कि इस कंपनी का नाम सुना तो वह भी लोन लेने के लिए घोघड़ियां से नरवाना आया। यहां मौजूद कर्मचारियों ने उससे 46200 रुपए मांगे थे। सुखबीर ने ये रुपए इस कंपनी के एक कर्मचारी को अपने घर बुलाकर दिए और उसकी रसीद भी ली, वहीं ढाकल गांव के नानू ने कंपनी पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं।

मामले को लेकर कोई शिकायत नहीं आई। अगर शिकायत आती है तो कार्रवाई की जाएगी। लोगों को भी सोच-समझकर रूपए देने चाहिए। पहले कंपनी की जांच-पड़ताल करनी चाहिए।
-जगबीर सिंह, एसएचओ नरवाना

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