तहसीलदार सहित दस पर धोखाधड़ी का केस दर्ज

Fraud case filed against ten including tehsildar

जालसाजी। मृतक के झूठे हस्ताक्षर कर जमीन को करवा लिया अपने नाम (fraud)

  • आरोपियों ने 2017 में पेश कर दिया वकालतनामा

  • जांच के बाद एसडीएम ने कराया केस दर्ज

रोहतक (सच कहूँ न्यूज)। लाखनमाजरा निवासी एक व्यक्ति की मौत के (fraud) बाद उसके झूठे हस्ताक्षर कर उसके हिस्से की जमीन अपने नाम करने का मामला प्रकाश में आया है। मृतक के बेटे की शिकायत पर एसडीएम महम ने तहसीलदार महम व नायब तहसीलदार सहित 10 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। मृतक के बेटे का आरोप है कि मामले में तहसीलदार व अन्य अधिकारियों ने मिलीभगत जमीन को आरोपियों को नाम की है।

पुलिस के अनुसार गाँव लाखनमाजरा निवासी विरेंद्र सिंह ने महम एसडीएम को शिकायत दी थी कि रामफल, राजपाल, भगता व मोती ने महम तहसीलदार नरेंद्र मलिक, पटवारी संदीप दलाल, नयाब तहसीलदार राजकुमार से मिलीभगत की, उसके पिता व रामपाल के हिस्से की जमीन अपने नाम करवा ली। इस धोखाधड़ी में गाँव के नंबरदार बलवान ने कागजात की तस्दीक की है। एसडीएम ने जांच में पाया कि आरोपियों ने गलत तरीके से दिलबाग व रामपाल की जमीन को अपने नाम करवा लिया है।

2016 में हो गई थी रामपाल की मौत

  • जांच के दौरान पाया कि रामपाल की मौत 2016 में हो गई थी ।
  •  आरोपियों ने महम न्यायालय में 2017 के दौरान इस्तगासा दायर किया था ।
  •  इस्तगासा में आरोपियों ने रामपाल का हस्ताक्षर किया हुआ वकालतनामा पेश किया।
  •  रामपाल की मौत हो चुकी थी। पीड़ित का कहना था।
  •  वह कई बार शिकायत को लेकर तहसीलदार से भी मिला।
  •  जांच करवाने का नाम लेकर उसे टाल दिया जाता।
  • इसके बाद पीड़ित विरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री शिकायत भेजी और एसडीएम को भी शिकायत दी।

एसडीएम ने मामले की गहनता से जांच पड़ताल की तो पता चला कि आरोपियों ने मृत व्यक्ति के झूठे हस्ताक्षर करके जमीन को अपने नाम करवाया है। एसडीएम ने लाखनमाजरा पुलिस को तहसीलदार सहित सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के लिए डीएसपी महम को सिफारिश की है। पुलिस ने इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

 

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