नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। चीन में कोरोना (Coronavirus) का कहर जारी है। जिसको लेकर दुनिया के हर देश अलर्ट पर है। भारत अमेरिका समेत सभी देशों में भी संक्रमण फैलने का खतरा मंडराने लगा है। चीन में कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के कारण आशंका जतायी गयी है कि शंघाई की 70 फीसदी आबादी अब तक इसकी चपेट में आ चुकी होगी। चीन में पिछले महीने कोविड-19 को लेकर लगाई गई पाबंदियों में ढ़ील दिए जाने के बाद संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है।
अस्पतालों में मरीजों और श्मशान घाटों पर शवों में संख्या में काफी बढ़ोतरी हुयी है। रुइजिन अस्पताल के उपाध्यक्ष एवं शंघाई के कोविड विशेषज्ञ सलाहकार पैनल के सदस्य चेन एर्ज़ेन ने अनुमान लगाया कि शहर के 2.5 करोड़ लोगों में अधिकांश इस जानलेवा विषाणु से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं ओडिशा के हेल्थ डिपार्टमेंट के स्पेशल सेक्रेटरी अजीत कुमार मोहंती का कहना है कि भारत में कोरोना की चौथी लहर मार्च में आ सकती है।
चीन में Coronavirus की स्थिति को लेकर चिंतित हैं: बाइडेन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वह इस बात को लेकर ‘चिंतित’ हैं कि चीनी अधिकारी कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से कैसे निपट रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने प्रशासन की नई नीति को दोहराया कि चीन से अमेरिका आने वाले सभी यात्रियों का परीक्षण किया जाना चाहिए। बाइडेन से बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब पूछा गया कि क्या वह इस बात से चिंतित हैं कि चीनी अधिकारी कोविड-19 से कैसे निपट रहे हैं, तो उन्होंने कहा, “हां…मैं चिंतित हूं।” उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हमें अभी उस प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए, जिसमें यह निर्धारित किया गया है कि यदि आप चीन से उड़ान भर रहे हैं, तो आपको परीक्षण करना होगा।” उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि चीनी अधिकारी बहुत संवेदनशील हैं।
उल्लेखनीय है कि चीन ने दिसंबर में घोषणा की थी कि वह कोरोना को लेकर लागू अपनी शून्य-कोविड नीति में ढील दे रहा है और जनवरी में अपनी सीमाओं को फिर से खोलने की तैयारी कर रहा है। ब्रिटेन, फ्रांस और अमेरिका उन देशों में शामिल हैं, जिन्होंने चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 का परीक्षण अनिवार्य कर दिया है।
कोरोना महामारी का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए: चीन
चीन ने बुधवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि अन्य देश राजनीतिकरण के बजाय कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई पर ध्यान देंगे। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने आज यहां कहा, ह्लहमें पूरी उम्मीद है कि सभी पार्टियां खुद लड़ाई पर ध्यान देंगी, महामारी का राजनीतिकरण करने वाले किसी भी शब्द या कार्य से बचेंगी, एकता को मजबूत करेंगी और महामारी को जल्द से जल्द हराने के लिए मिलकर काम करेंगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के गंभीर प्रकोप से चीन ने लोगों के जीवन और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए और देश के सामाजिक आर्थिक विकास को ध्यान में रखते हुए प्रभावी ढंग से रोकथाम और नियंत्रण के उपाय किए।
दिसंबर में चीन ने कोविड-19 की शून्य नीति को छोड़ने की घोषणा की थी और वह आठ जनवरी से अपनी सीमाओं को फिर से खोलने की तैयारी कर रहा है। दुनिया भर में बीमारी के व्यापक प्रसार के बीच चीन सख्त उपायों के अंत की ओर बढ़ रहा है। ब्रिटेन, अमेरिका, जापान, इटली और स्पेन जैसे कई देशों ने चीन के घरेलू नियंत्रण में ढील के बाद वहां के यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए हुए है।
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