गवाह पर फायरिंग करने वालों की तलाश में चार टीमें गठित

Four teams formed in search of firing witnesses

  लक्खासिंह हत्याकांड के गवाहों पर फायरिंग करने का मामला

 तकनीकी विशेषज्ञों का सहारा लेकर आरोपितों तक पहुंचने के प्रयास शुरू
सुरक्षा के मद्देनजर लक्खासिंह की ढाणी में हथियारबंद पुलिस कर्मी तैनात

हनुमानगढ़, सच कहूँ न्यूज। लक्खासिंह हत्याकांड के चश्मदीद गवाह की हत्या करने के उद्देश्य से ढ़ाणी में घुसकर फायरिंग करने के मामले की जांच में जंक्शन पुलिस जुट गई है। अज्ञात आरोपितों की पहचान कर उनकी धरपकड़ करने के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं। आरोपितों की तलाश में टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। लेकिन मंगलवार तक हमलावर पकड़ में नहीं आ पाए थे। इसके अलावा घटना से पर्दा उठाने के लिए पुलिस तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ले रही है। इसके लिए फायरिंग करने के समय के दौरान ढाणी के आसपास सक्रिय मोबाइल नंबरों का पता लगाने के लिए डंप डाटा उठाया जा रहा है। ताकि आरोपितों की शिनाख्त की जा सके। पुलिस ने लक्खासिंह के परिजनों व गवाह की सुरक्षा के मद्देनजर उनकी ढाणी में हथियारबंद पुलिस जवान तैनात कर दिए हैं। मामले की जांच कर रहे जंक्शन थाना प्रभारी अरविंद भारद्वाज ने बताया कि वारदात का खुलासा करने के लिए गठित टीमों को अलग-अलग क्षेत्रों में भेजा गया है। इनमें से कुछ टीमें पंजाब व हरियाणा में भी भेजी गई हैं। वहां की पुलिस के सहयोग से इस मामले में फायर करने वालों के बारे में कोई सुराग लगाने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक कोई सुराग हाथ न लगने से मामले की जांच आगे नहीं बढ़ पाई है। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी चेक की गई है लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
गौरतलब है कि गुरजीत सिंह (25) पुत्र लक्खा सिंह जटसिख निवासी आठ एलएलडबल्यू ने सोमवार को जंक्शन थाने में रिपोर्ट देते हुए बताया था कि चक 8 एलएलडबल्यू में उसके पिता लक्खा सिंह पुत्र गुलाब सिंह का 23 नवंबर 2016 को कत्ल हो गया था। इसका मुकदमा अदालत में विचाराधीन है। इस मुकदमें में अदालत ने गवाहों को तलब किया है। इसी वजह से गवाहों को धमकाने व जान से मारने के लिए सोमवार सुबह करीब 3 बजकर 50 मिनट पर दो मोटर साइकिल पर सवार होकर 3-4 व्यकित हथियारों से लैस ढानी में घुसे और पिस्टल से फायर किए। फायर बाहर की दीवार एवं गेट पर लग कर कांच के शीशे को तोड़ते हुए पार निकल गए। साथ ही पत्थरों से भी हमला किया। संयोगवश उस समय उसके दादा व लक्खासिंह के पिता जो कि आंगन में सोते थे पिछले कुछ दिनों से पंजाब गए हुए थे। उसके दादा गुलाब सिंह हत्या के मामले में मुख्य गवाह हैं और मुकदमे में 15 मई को तारीख पेशी है। वे गवाही न दे पाएं इस लिए यह हमला किया गया। पुलिस ने अज्ञात जनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 458, 34, 195ए भादस व 27 आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

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