रंगोई नाला ओवरफ्लो, बाढ़ को लेकर फतेहाबादवासी भयभीत | Haryana Flood
फतेहाबाद/रतिया/जाखल/टोहाना(सच कहूँ न्यूज)। Haryana Flood: फतेहाबाद जिले के जाखल, रतिया, टोहाना, कुलां क्षेत्र के गांवों को डुबाने के बाद पानी बेहद तेजी से अब फतेहाबाद क्षेत्र की तरफ बढ़ रहा है। फतेहाबाद के गांव रजाबाद के पास भी रंगोाई नाला ओवरफलो हो गया है। जिले में कई जगहों पर घग्घर और रंगोई नाला टूटने या ओवरफ्लो होने के चलते स्थितियां बेकाबू हुई और इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन को आर्मी तक बुलानी पड़ गई है। शाम को आर्मी की चार टुकड़ियां फतेहाबाद जिले की सहायता के लिए पहुंच चुकी हैं और आज से फील्ड में कार्य शुरू कर देंगी। Haryana Flood
फतेहाबाद क्षेत्र में पानी की आशंकाओं के बाद प्रशासन ने कई स्कूलों में राहत कैंप बना दिए हैं तो वहीं शहर की समाजसेवी संस्थाओं व एनजीओ के साथ मीटिंग कर मदद को तैयार रहने को कहा गया है। वहीं गुहला चीका, खनौरी से पानी उतरने तथा फतेहाबाद जिले में काफी जगह से पानी बाहर निकलने के बावजूद चांदपुरा साइफन पर पानी का बहाव कम नहीं हुआ है और लगातार तीसरे दिन खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। यहां आज भी 22 हजार क्यूसिक से ज्यादा पानी दर्ज किया गया तो वहीं रतिया के बुढलाडा रोड पुल पर खतरे के निशान 20 फीट से मात्र डेढ़ फुट नीचे ही पानी चल रहा है, हालांकि इस पुल से पीछे घग्घर ओवरफ्लो होने के चलते रतिया में पंजाब की तरफ पूरा इलाका जलमग्न है। Fatehabad News
चिम्मो साइफन व अन्य जगहों से फतेहाबाद की तरफ आ रहा पानी पालसर, गुरूसर को पार कर अब रजाबाद, भिरडाना के पिछले क्षेत्रों तक पहुंच गया है। जानकारी सामने आई है कि पालसर से गुरूसर मार्ग के ऊपर से यह पानी क्रॉस कर चुका है। पालसर के बाद भिरडाना क्षेत्र शुरू हो जाता है और फिर भिरडाना के बाद फतेहाबाद का क्षेत्र आता है। उधर अहरवां के पास टूटे रंगोई नाले का पानी अहरवां से शेखुपुर सौतर को जाने वाले रोड के पास लग गया है। रतिया शहर से निकलते ही खेत पानी से लबालब हैं। लेकिन शहर को बचाने के लिए किसी तरह के रिंग बांध नहीं बनाए गए हैं। लोगों को डर है कि यदि एक-डेढ़ फुट खेतों में पानी बढ़ा तो यह पानी शहर को चपेट में ले लेगा।
हसंगा में बाढ़ के पानी से ढाई सौ एकड़ फसलें जलमग्न, ढाणियों में फंसे परिवार
भूना (सच कहूँ न्यूज)। गांव हसंगा में बाढ़ के पानी ने ढाई सौ एकड़ के लगभग फसल व बीस ढाणियां को अपनी चपेट में ले लिया है। जिससे पालाराम धारणिया व मोहनलाल तथा रामस्वरूप खलेरी का पूरा परिवार ढाणी में कैद होकर रह गया है। क्योंकि उनकी ढाणियों के आसपास चार फुट से भी अधिक का पानी बह रहा है। इसके अतिरिक्त राकेश लाखलान, दीवान जोगी, सरदार जोरा सिंह, दीवान खलेरी, सरजीत कंबोज, काला सिंह, जीतराम जोगी, सरदार बिट्टू सिंह, सरदार जोगिंदर सिंह, सतबीर मांजू की ढाणियां भी पानी की चपेट में आ चुकी है।
इन्होंने पानी आने से पहले ढाणी के चारों ओर मिट्टी के तटबंध लगाकर बचाव का बंदोबस्त किया। वही एमपी सोतर में करीब 500 एकड़ फसल व 19 बाढ़ के पानी की मार झेल रही है। गांव रायपुर व रायपुर ढाणी के लोगों का संपर्क टूट चुका है और पानी के बीचों-बीच दोनों गांवों के लोग फंसे हुए हैं। उपरोक्त दोनों ही गांव के ग्रामीणों ने अपने स्तर पर गांव के चारों ओर मिट्टी के तटबंध लगाकर आबादी एरिया में पानी घुसने से बचा रखा है। जबकि 33 केवी बिजली घर रायपुर बाढ़ के पानी के संकट से जूझ रहा है। बाढ़ के पानी को इधर-उधर से रोकने के उद्देश्य से ग्रामीणों में सोमवार को बार-बार तनावपूर्ण स्थिति बनती रही।
मूसाखेड़ा के ग्रामीणों ने तटबंध के लिए की फायरिंग | Haryana Flood
रतिया (सच कहूँ न्यूज)। फतेहाबाद जिले में एक तरफ जहां घग्घर और रंगोई नाले उफान पर हैं तो वहीं अब लोगों में तनाव भी उबाल मार रहा है। हर गांव अपने अपने क्षेत्र को ज्यादा से ज्यादा पानी से सुरक्षित रखना चाहता है इसलिए तटबांधों को तोड़कर या सड़कों को खोद कर को दूसरे क्षेत्र की तरफ पानी निकाल रहे हैं। ऐसे ही मामले में बीती सायं कूला क्षेत्र के गांव मूसाखेड़ा में ग्रामीणों में विवाद हो गया।
नौबत यहां तक आ गई कि मूसाखेड़ा के ग्रामीण हथियार लेकर बांध के पास पहुंच गए और हवाई फायरिंग कर दी। जिसके बाद सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत करवाया। जानकारी के अनुसार मूसा खेड़ा गांव और ढाणी बबनपुर के बीच बने बांध को कुछ लोग मूसाखेड़ा की तरफ तोड़ रहे थे। मूसा खेड़ा के लोगों को जब इस बात का पता चला तो वे दोनाली व अन्य हथियार लेकर मौके पर पहुंच गए। इस घटना की वीडियो सामने आई है, जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति दूर सामने खड़े लोगों को ललकारता है और फिर दो बार फायर करता है।
घग्घर नदी में जलस्तर हुआ कम, बाढ़ से लोग परेशान | Haryana Flood
जाखल (सच कहूँ/तरसेम सिंह)। जाखल में 1 सप्ताह से अधिक समय से घग्गर ने तबाही मचाई हुई है। जहां घग्गर के दोनों और कई जगह से तटबंध और रिंग बांध टूट जाने से एक-दूसरे गांव से क्षेत्र कट चुका है। हालांकि सोमवार को घग्घर के जलस्तर में 2 फुट कमी दर्ज की गई है। वही जाखल मंडी के अंदर का भाग अभी बचा हुआ है। जाखल क्षेत्र में भारतीय सेना, एनडीआरएफ टीमें, डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग राहत पहुंचाने का कार्य कर रही है। घग्गर नदी का जाखल मंडी की ओर रुख होने से बाढ़ का पानी मंडी की सभी सीमाओं से आ सटा। लोगों ने कई रिंग बांधो को अपनी सूझबूझ के साथ लंबे समय तक बांधे रखा। लेकिन पंजाब सीमा के गांव बलरा की ओर से आने वाले पानी को नहीं रोक पाए।
बाढ़ का पानी मास्टर कॉलोनी की दीवारों के साथ कई कई फुट लग जाने से कई मकानों में दरार पहुंच गई। जिससे गुस्साए लोगों ने नगरपालिका और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए चंडीगढ़ रोड जाम कर दिया। प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए मास्टर कॉलोनी निवासी जितेंद्र शर्मा मनजीत सिंह पूर्व पंच सतीश कुमार इत्यादि ने रोष प्रकट करते हुए बताया कि उन्होंने नगर पालिका प्रशासन से जेसीबी मशीन उपलब्ध करवाने की अपील की लेकिन उन्होंने उनकी कोई भी सुनवाई नहीं की जबकि प्रतिदिन पानी की निकासी और प्रबंधन के लिए 45-45 लाख रुपया प्रति महीना खर्च किया जा रहा है और उन पर भारी बोझ टैक्स लगाकर डाला जा रहा है।
यह भी पढ़ें:– घग्गर का नहीं घट रहा जलस्तर