बीके अस्पताल के हार्ट सेंटर प्रमुख सहित चार आरोपी गिरफ्तार

Heart Center sachkahoon

मरीज से ईलाज के 95 हजार कैश लेने के बाद भी सरकारी योजना से फर्जी तरीके से हड़प रहे थे पैसे

  • सीओओ ने पुलिस को सौंपी 60 मरीजों की सूची

सच कहूँ/राजेंद्र दहिया, फरीदाबाद। ईओडब्ल्यू की टीम ने सरकारी बादशाह खान अस्पताल में मरीज का फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर हार्ट सेंटर (Heart Center) व सरकारी राजस्व के गबन मामले में हार्ट सेंटर के प्रमुख सहित मामले में संलिप्त 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अशोक बल्लबगढ़ निवासी मलेरना गांव हाल करियप्पा विहार बेस हास्पिटल दिल्ली, मानसिंह निवासी बसेल्वा कॉलोनी ओल्ड फरीदाबाद, कपिल निवासी एनआईटी की डबुआ कॉलोनी और नरेश कुमार निवासी कोटा राजस्थान के रूप में हुई है।

जानकारी के अनुसार हार्ट सेंटर (Heart Center) के उत्तर भारत के सीओओ प्रवीण कुमार ने 27 अगस्त 2020 एसजीएम नगर थाने में हार्ट सेंटर के इंचार्ज मान सिंह, सुपरवाइजर कपिल, आयुष्मान मित्र अशोक कुमार और लैब में कार्यरत नर्सिंग कर्मी नरेश के खिलाफ साठ-गांठ कर मरीज नरेश कुमार शर्मा से फर्जी तरीके से 95000 रुपए हड़पने का मुकदमा थाना एसजीएम नगर में दर्ज कराया था। जिसमें पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी मरीज से प्राईवेट ईलाज के रुपए लेकर फिर आयुष्मान कार्ड की फाईल आरोपी अशोक की आईडी से बनाकर सरकार से पैसे हड़पते थे। चारों आरोपियों को फरीदाबाद के सेक्टर-12 से गिरफ्तार किया गया। आरोपी अशोक को 15 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। अन्य तीन आरोपियों को 16 फरवरी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश कर 2-2 दिन के रिमांड पर लिया।

आरोपी अशोक का रिमांड पूरा होने पर आज नीमका जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपियों से पुछताछ जारी है। आरोपियों ने हृदय रोगियों के फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए और सरकारी राजस्व से पैसे हड़प लिए। हार्ट सेंटर के सीओओ ने पुलिस को 60 मरीजों की सूची दी है। मरीज नरेश ने पुलिस टीम ई.ओ.डब्ल्यू. को बताया कि आयुष्मान कार्ड के तहत उसका इलाज कभी नहीं हुआ है। आरोपियों ने इलाज की फाइल पर कैश काट कर आयुष्मान भारत लिख दिया और आयुष्मान कार्ड पर मरीज नरेश का फर्जी पता लिखकर फाईल तैयार कर ली।

पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि हार्ट सेंटर में इलाज करवाने आए मरीज से आरोपियों ने कैश जमा करवा लिया और उसका फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर बिल भुगतान की मंजूरी के लिए सरकार को भेज दिया। वहीं मरीज से 95 हजार रुपए भी हड़प लिए और हार्ट सेंटर को भी भुगतान नहीं किया। आयुष्मान योजना का दुरूपयोग कर कितने फर्जी बिल पास करवाए गए हैं। इसकी छानबीन की जा रही है। आरोपी अशोक को आज अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है। अन्य तीन आरोपियो को 18 फरवरी को अदालत में पेश किया जाएगा।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।