चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब सतर्कता ब्यूरो (वीबी) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के दौरान को ग्राम पंचायत चबेवाल, जिला होशियारपुर के पूर्व सरपंच शिवरंजन सिंह को पंचायती दुकानों और खोखाओं से फर्जी रसीदों के जरिए आठ लाख चार हजार रुपये का किराया वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया। पूर्व सरपंच ने इस किराए को पंचायत के बैंक खाते में जमा नहीं किया गया था। जिला पुलिस द्वारा दर्ज इस गबन के मामले में वह तीन माह से अधिक समय से फरार चल रहा था।
क्या है मामला
विजिलेंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि गांव चबेवाल निवासी हरमिंदर सिंह के 31 दिसंबर 2018 को सरपंच बनने के बाद यह पाया गया कि उक्त ग्राम पंचायत की दुकानों और खोखा का किराया बकाया है। यह भी पता चला कि पूर्व सरपंच शिवरंजन सिंह ने इन दुकानों का किराया वसूल करते समय पंचायत की मूल किराया रसीद दुकानदारों को जारी नहीं की थी, बल्कि फर्जी रसीदें थमा दी थी और वसूले गए किराये की कोई प्रविष्टि पंचायत के रिकॉर्ड में नहीं की गयी थी।
उन्होंने बताया कि बाद में प्रखंड विकास एवं पंचायत अधिकारी होशियारपुर-2 ने घोटाले की जांच के दौरान पाया कि उक्त आरोपी शिवरंजन सिंह ने फर्जी किराए की रसीद बनाकर 8,04,000 रुपये जमा किये थे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उक्त आरोपी शिवरंजन सिंह के विरुद्ध 13 अक्टूबर 2022 को चबेवाल थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले को आगे की जांच के लिए वीबी रेंज जालंधर को स्थानांतरित कर दिया गया था। इस संबंध में उपरोक्त मामले में फरार शिवरंजन सिंह को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर कल स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। इस मामले की आगे की जांच चल रही थी।
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