बाजरे की खिचड़ी व गाय के दूध का मक्खन थीं पहली पसंद

(Former PM Atal Bihari Vajpayee)

हरियाणा से भी जुड़ी हैं अमिट ‘अटल’ यादें

भिवानी/रोहतक (सच कहूँ/इंद्रवेश)। देश हित में बेदाग व बिना भेदभाव की राजनीति करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी (Former PM Atal Bihari Vajpayee) की हरियाणा से भी बहुत सी यादे जुड़ी हैं। दशकों पहले की वो यादें आज भी लोगों के दिलों में ज्यों की त्यों जिंदा हं। उस समय के कुछ लोग नहीं रहे, लेकिन उनकी पीढियों के दिलों में भी अटल की यादें आज भी अटल हैं।

अटल बिहारी कई बार भिवानी आए थे। वे चुनाव प्रचार में भी भिवानी कई बार आए। अटल के भिवानी आगमन की ये आदें आज भी उस समय के लोगों व उनके बच्चों के दिलों में अटल हैं।

भिवानी निवासी बताते हैं कि अटल बिहारी को बाजरे की खिचड़ी व गाय के दूध का मक्खन बहुत अच्छा लगता था। साथ ही उन्हे दशकों पहले केंद्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने का दावा किया था।

भिवानी के कसेरा परिवार ने सांझा किए पूर्व प्रधानमंत्री (Former PM Atal Bihari Vajpayee) संग बीताए पल

भिवानी के कसेरा परिवार ने अटल की यादें को ताजा करते हुए बताया कि अटल बिहारी 1996 में चुनाव प्रचार के लिए भिवानी आए थे।संजय कसेरा ने बताया कि उस समय वो करीब 15 साल के थे और अटल बिहारी उनके पिता गोविंदराम कसेरा के साथी थे।

उन्होंने बताया कि अटल जी ने बाजरे की खिचड़ी बनवाकर खाई थी। वही संजय के बेटे पंकज ने बताया कि उनके दादा गोविंदराम बताते थे कि अटल जी को रैली को संबोधित करने जाना था, लेकिन वो अपनी हाथ की घड़ी दिल्ली भूल आए थे। तब अटल को उनके दादा ने अपनी घड़ी दी। जिसका अटल जी कई बार भाषणों में भी जिक्र करते थे। भिवानी से जुड़ी यादों को लेकर लोग आज अटल बिहारी को नम आंखों से याद कर रहे हैं। यहां के लोगों ने अटल को बहुत ही नेक इंसान बताते हुए उन्हे श्रद्धांजलि दी।

सुरेन्द्र लोहिया के घर खाया था गाय के दूध का मक्खन

वहीं भिवानी के ही सुरेन्द्र लोहिया ने अटल बिहारी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अटल जी उनके घर आए थे। उन्होंने बताया कि अटल बिहारी (Former PM Atal Bihari Vajpayee) को गाय के दूध का मक्खन बहुत पसंद था। उन्होंने बताया कि वो यहां जनसंघ की स्थापना के समय अपने उम्मीदवार भगवान देव के चुनाव प्रचार के लिए आए थे।

केंद्र को भेजी जाने वाली हरियाणा की हर मांगों को पूरा करने का प्रयास

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे करनाल निवासी पंडित ईश्वर दयाल (आईडी) स्वामी ने बताया कि हरियाणा से जो भी मांगे केंद्र सरकार को उनके समय में भेजी जाती थीं, उनको वो विशेष तौर पर पूरा करने का प्रयास करते थे। 1999 में करनाल के कर्ण स्टेडियम में कुरुक्षेत्र-करनाल लोकसभा क्षेत्र की संयुक्त चुनावी जनसभा में अटलजी ने कहा था कि आप लोग दोबारा से ईश्वर दयाल को हराने की गलती मत करना।

आपकी एक गलती से हमारी सरकार गिर गई थी। उनकी इस बात का लोगों पर इतना गहरा असर हुआ कि 1998 में चौधरी भजनलाल से 50 हजार वोट से हारने वाले आईडी 1999 के लोकसभा चुनाव में करीब डेढ़ लाख वोटों से जीते।

फतेहाबाद में कहा था, अगली बार रेल से आऊंगा

साल 1998 में अटलजी पीएम के तौर पर फतेहाबाद में पूर्व सांसद सुशील इंदौरा के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। उन्होंने फतेहाबाद तक रेल चलाने का वादा करते हुए कहा था कि अगली बार फतेहाबाद रेल से ही आऊंगा। वहीं, साल 1979 में सिरसा आए तो लोग भाषण सुनने के लिए बारिश में भी खड़े रहे। 1996 में दोबारा सिरसा आए तो तब प्लेन किसी तकनीकी कारण से सिरसा के एयरफोर्स स्टेशन पर नहीं उतर सका, इसलिए हिसार के एयरफोर्स स्टेशन पर उतरना पड़ा और वहां से सड़क मार्ग से सिरसा पहुंचे।

हां बस अब हो गई छुट्टी

कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने कहा कि बंसीलाल सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद हम तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से मिलने पहुंचे। रामबिलास शर्मा ने समर्थन वापसी के बारे में बताया तो उन्होंने हंसते हुए कहा- गिरा तो सकते हो, पर अपनी चला भी सकते हो?

2004 में लोकसभा का चुनाव हारने के बाद मैं, जगत प्रकाश नड्डा और मनोहर लाल उनके मनाली स्थित निवास पर उनसे मिलने गए। मनोहर लाल ने कहा कि ऐसे छुट्टी के माहौल में पहली बार मिल रहे हैं। उन्होंने हंसते हुए कहा- हां बस अब हो गई छुट्टी।

महेंद्रगढ़ में रामबिलास ने भेंट की थी ककड़ी व मतीरा

शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने बताया कि उन्होंने राजनीतिक का क.ख.ग. अटल बिहारीजी से ही सीखा था। 30 अक्टूबर 1980 में वो पहली बार महेंद्रगढ़ आए थे। इस दौरान उन्होंने सब्जी मंडी में एक रैली को संबोधित किया था। उन्होंने रैली में उन्हें महेंद्रगढ़ की रेतीली भूमि में पैदा होने वाली ककड़ी व मतीरा भेंट किया था। बाद में दिल्ली पहुंचने के बाद उनके पास अटलजी का फोन आया कि महेंद्रगढ़ के ककड़ी व मतीरा वो हमेशा याद रखेंगे। आप दिल्ली आए तो ये और लेकर आना।

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