कु. शैलजा पर साधा निशाना : बोले-बहनजी की वजह से आज इस अंजाम तक पहुंचा | Haryana Democratic Front
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़/सच कहूँ)। कांग्रेस के मजबूत सिपाहसलार एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कु. सैलजा के नजदीकी रहे पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने वीरवार को नए राजनैतिक दल के गठन का ऐलान कर दिया। उन्होंने हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट (Haryana Democratic Front)नाम से नए दल का ऐलान चंडीगढ़ में वीरवार को किया। उनके साथ इस मौके पर उनकी बेटी चित्रा सरवारा एवं अन्य नेता मौजूद रहे। पूर्व मंत्री निर्मल सिंह पिछले लोकसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र के कांगे्रस के उम्मीदवार थे और भाजपा के नायब सैनी से हार गए थे।
इस मौके पर निर्मल सिंह ने कहा कि वे कांग्रेस की आपसी कलह से तंग थे और विधानसभा चुनावों में उनकी बेटी चित्रा और उन्हें अनदेखा किया गया। उन्होंने कहा कि टिकटों में बंदरबाट कांग्रेस का पुराना कल्चर है, जिस कारण आज कांग्रेस की ये स्थिति है। इस स्थिति से तंग आकर उन्होंने अपना अलग राजनीतिक दल का निर्माण किया है।
हुड्डा और सैलजा के करीबियों में थे शामिल
निर्मल सिंह ने कहा कि बेशक वे कांगे्रस में लबे समय तक रहे लेकिन उन्होंने हमेशा भेदभाव रहित राजनीति की है और इसी का नतीजा है कि आज उन्हें स्थानीय लोगों का अपार समर्थन हासिल है। उन्होंने कहा कि एक सांझी सोच और हर धर्म जाति के लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि (Haryana Democratic Front)पदाधिकारियों की घोषणा भी जल्द कर दी जाएगी। वहीं उन्होंने बताया कि 15 मार्च को अंबाला में एक विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन करेंगे।
वहीं एक सवाल के जवाब में निर्मल सिंह ने कहा कि मौजूदा समय में कांग्रेस की विचारधारा पीछे रह गई है और एकाध नेता की विचारधारा आगे आ गई है। इस कारण कांग्रेस की ये हालत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा के कारण ही उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की थी और 40 साल तक इस पार्टी की सेवा की लेकिन अब कांग्रेस की विचारधारा पीछे छूट गई है।
अशोक तंवर से फिलहाल नहीं कोई बातचीत
वहीं अशोक तंवर द्वारा नई पार्टी के गठन की चर्चा संबंधी सवाल पर निर्मल सिंह ने कहा कि उनका फिलहाल अशोक तंवर से कोई संपर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग उनकी सोच के होंगे उनका मोर्चे में स्वागत होगा।
स्थानीय नेतृत्व को देंगे तवज्जो
निर्मल सिंह ने बताया कि हरियाणा डैमोके्रटिक फ्रंट स्थानीय नेतृत्व को प्रोत्साहित करेगा और विकसित करेगा। मोर्चा मूल रूप से गैर स्थानीय बाहरी आयातित नेतृत्व का विरोध करता है। ये आयातित नेतृत्व ना तो स्थानीय जनता से जुड़ पाता है और ना ही स्थानीय मुद्दे को समझ पा कोई उद्धार करता है। वहीं मोर्चाे किसी भी तरह के भेदभाव-राजनैतिक, सामाजिक या अर्थिक, के विरुद्ध है और सभी क्षेत्रों, समुदायों को समान समझेगा। वहीं विकास के मौकों को प्रोत्साहित करेगा, वहीं मौजूदा सरकार के चुनावी घोषणा पत्र में करे गए वादों को याद दिलाया जाएगा और उन्हें पूरा करवाया जाएगा।
सरकार से पांच विषयों पर मांगा श्वेत पत्र
वहीं निर्मल सिंह ने प्रेस वार्ता में सरकार से निम्नलिखित दिए गए मुद्दों पर सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। किसानों से जुड़े धान घोटाला, गन्ने का भुगतान, नारायणगढ़ शुगर मिल को सरकार के अधीन लेने की घोषणा कहां तक पहुंची, दादूपुर नलवी नहर की आज क्या स्थिति है। वहीं उन्होंने पैंशन पर किए वायदों पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की।
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