चंडीगढ़। केंद्र की भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार ने शिरोमणि अकाली दल(शिअद) के संरक्षक और कद्दावर नेता तथा पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल के निधन पर दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। वहीं पंजाब सरकार ने बादल के सम्मान में बुधवार को एक दिन के सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। इस दौरान सभी सरकारी, बोर्ड और निगम कार्यालय, स्कूल एवं उच्च शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
वहीं शिअद ने यह फैसला लिया है कि बादल का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह दस बजे यहां सैक्टर-28 स्थित पार्टी मुख्यालय में रखा जाएगा जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और जनता उन्हें 12 बजे तक अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेगी। इसके बाद बादल की अंतिम यात्रा चंडीगढ़ से शुरू होकर उनके मुक्तसर जिले में उनके पैतृक बादल गांव तक जाएगी। यह यात्रा राजपुरा, पटियाला, संगरूर, बरनाला, रामपुरा फूल बठिंडा होते हुए बादल गांव पहुंचेगी जहां गुरुवार 27 अप्रैल को दोपहर एक बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रकाश सिंह बादल का जीवन परिचय | Parkash Singh Badal
पंजाब के भूतपूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का जन्म 8 दिसम्बर 1927 को पंजाब के छोटे से गांव अबुल खुराना के जाट सिख परिवार में हुआ था।
भगवंत मान का बादल के निधन पर शोक | Parkash Singh Bada
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शिरोमणि अकाली दल(शिअद) के संरक्षक एवं कद्दावर नेता और राज्य के पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल के निधन का गहरा दुख और शोक व्यक्त किया है। मान ने ट्वीट कर कहा “बादल के निधन का दुखद समाचार मिला है। वाहेगुरु दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और परिवार को दुख सहने की शक्ति दें।” सरकार के कैबिनेट मंत्रियों ने भी बादल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुये इसे एक अपूरणीय राजनीतिक क्षति बताया है। इन्होंने दिवंगत नेता की आत्मा की शांति की कामना की है।
बादल के निधन से देश की सियासत की एक सदी का अंत हो गया: शर्मा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में अश्वनी शर्मा तथा उपस्थित सभी नेताओं ने दो मिनट का मौन रख कर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री डॉ. मोहिंदर सिंह, राष्ट्रीय सचिव डॉ. नरेंदर सिंह रैना, विनोद चावड़ा, श्रीमंथरी श्रीनिवासुलू, जीवन गुप्ता , राजेश बाघा , मोना जैसवाल, बिक्रमजीत सिंह चीमा, डॉ. सुभाष शर्मा, केवल सिंह ढिल्लों आदि उपस्थित थे। शर्मा ने कहा कि पांच बार मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के वाले प्रकाश सिंह बादल के निधन से देश की सियासत की एक सदी का अंत हो गया है। उनके निधन से पंजाब सहित देश की सियासत को कभी ना पूरा होने वाले नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि मैंने व्यक्तिगत रूप से उनसे बहुत कुछ सीखा और समझा है। आज भी उनकी बताई हुई बातें मुझे अच्छी तरह याद हैं।
शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा 26 अप्रैल को होने वाले सभी चुनावी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं।
कैप्टन अमरिंदर का बादल के निधन पर शोक
भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल(शिअद) संरक्षक और राज्य के पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। कैप्टन सिंह ने उनके बेटे और शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को अपने शोक संदेश में कहा कि वह इस अपूरणीय क्षति पर परिवार से दुख साझा करते हैं। उन्होंने कहा कि यह न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे राज्य और पूरे देश के लिए एक राजनीतिक क्षति है। उन्होंने कहा किबादल एक कद्दावर नेता थे जिनका सभी राज्यों और सभी पार्टियों में सम्मान था। उनकी कमी लम्बे समय तक महसूस की जाएगी और देश की राजनीति में जो शून्य पैदा हुआ है उसकी भरपाई मुश्किल है। पंजाब विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष बीर दविंदर सिंह ने भी बादल ने निधन पर गहरा दुख एवं शोक व्यक्त करते हुये कहा कि यह एक देश के लिये अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि बादल ने ग्रामीण पंजाब के उत्थान के लिये अथक मेहनत की। देश में आपातकाल के दौरान पटियाला सैंट्रल जेल में मुझे उनके साथ रहने की स्मृतियां आज भी ताजा हैं। गौरतलब है कि सरदार प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार को पंजाब के मोहाली स्थित एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।