Foods to Increase Blood Flow: आपके शरीर की बेहतरी और उत्तम स्वास्थ्य के लिए नसों का बेहतरीन होना बहुत लाजमी है। क्योंकि नसों के कमजोर होने से ब्लड सकुर्लेशन भी कमजोर हो सकता है, धीमा हो सकता है, जिससे शरीर कई खतरनाक बीमारियां से ग्रस्त हो सकता है। ब्लड सर्कुलेशन क्यों धीमा होता है, किस कारण से होता है इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें खान-पान की बहुत ही बड़ी भूमिका होती है। यहां हम कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का जिक्र कर रहे हैं जोकि ब्लड सर्कुलेशन के धीमा होने से हो सकती हैं जैसे- पेरिफेरल आर्टरी डिजीज, डायबिटीज, मोटापा, स्मोकिंग आदि।
यहां इस लेख के माध्यम से बताया जा रहा है कि अगर ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है तो उसके क्या नुकसान हो सकते हैं? बता दें कि ब्लड सर्कुलेशन धीमा होने से विभिन्न लक्षण पैदा हो सकते हैं, जो खतरनाक भी साबित हो सकते हैं। जैसे दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन, शरीर के अंगों का सुन्न होना, पाचन संबंधी समस्याएं और हाथों-पैरों में ठंड महसूस होना जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैं।
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कैसे बढ़ा सकते हैं ब्लड सर्कुलेशन?
नसों में खून के सर्कुलेशन को बढ़ाने का तरीका अगर बताएं तो वह है आपका किसी न किसी फिजिकल एक्टिविटी में शामिल होना। ऐसे में कुछ खाद्य पदार्थ भी हैं जिनके नियमित सेवन से नसों में खून का सर्कुलेशन बढ़ सकता है, इतना ही नहीं नसें स्वस्थ और मजबूत बनकर उभर सकती हैं। यहां हम कुछ खास चीजों का वर्णन कर रहे हैं जिनके सेवन से आप अपने ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा सकते हैं।
लाल मिर्च: एक रिसर्च के अनुसार, लाल मिर्च में कैप्साइसिन नामक फाइटोकेमिकल होता है। जो ब्लड प्रेशर कम करके ऊतकों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है। लाल मिर्च में कुछ ऐसे तत्व भी पाए जाते हैं, जो रक्त वाहिकाओं की दीवारों में पाई जाने वाली छोटी मांसपेशियों को आराम देकर आपकी नसों और धमनियों के माध्यम से रक्त को अधिक आसानी से बहने देते हैं।
अनार: पॉलीफेनोल एंटीआॅक्सिडेंट्स और नाइट्रेट्स जैसे गुणों से भरपूर होते हैं अनार, जो शक्तिशाली वासोडिलेटर भी होते हैं। अनार खाने या अनार का जूस पीने का सीधा असर रक्त प्रवाह और मांसपेशियों के ऊतकों के आॅक्सीकरण में होता है। साल 2014 में एक अध्ययन में पाया गया कि व्यायाम करने से 30 मिनट पहले 1,000 मिलीग्राम अनार का रस पीने से रक्त प्रवाह, रक्त वाहिका व्यास और व्यायाम प्रदर्शन में बढ़ोतरी होती है।
प्याज: फ्लेवोनोइड एंटीआॅक्सिडेंट से भरपूर प्याज हृदय स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाती है। यह रक्त प्रवाह बढ़ने पर आपकी धमनियों और नसों को चौड़ा करने में मदद करके परिसंचरण में सुधार करती है। एक अध्ययन में यह भी सामने आया है कि रोजाना 4.3 ग्राम प्याज का रस पीने से ब्लड फ्लो में सुधार हुआ है और भोजन के बाद धमनी का फैलाव हुआ है। प्याज में ही एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो नसों और धमनियों में सूजन को कम करके रक्त प्रवाह और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं।
दालचीनी: गर्म मसाले के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली दालचीनी के बहुत से स्वास्थ्य लाभ हैं, जिसमें ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ाना भी शामिल है। एक शोध के अनुसार, दालचीनी में कोरोनरी धमनी में रक्त वाहिका के फैलाव और रक्त के प्रवाह में सुधार करने की क्षमता है। एक अन्य शोध में पाया गया कि दालचीनी मोटापा घटाने और खून के संचार में सुधार करने में मदद करती है।
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लहसुन: ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने और हार्ट को स्वस्थ रखने में लहसुन की अहम भूमिका होती है। शोधों की मानें तो लहसुन में सल्फर यौगिक होते हैं, जिसमें एलिसिन सबसे शक्तिशाली होता है। जो ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और ब्लड प्रेशर कम करके रक्त वाहिकाओं को आराम देता है।
चुकंदर: चुकंदर के बारे में बात करें तो इसमें नाइट्रेट की मात्रा अधिक होती है, जो आपका शरीर नाइट्रिक आॅक्साइड में बदल देता है। नाइट्रिक आॅक्साइड रक्त वाहिकाओं को आराम देता है और मांसपेशियों के ऊतकों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है। चुकंदर का रस मांसपेशियों के ऊतकों में आॅक्सीजन के प्रवाह में सुधार करता है, खून के संचार और नाइट्रिक आॅक्साइड लेवल को बढ़ाता है।
नोट: लेख में दी गई जानकारी सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। इसे किसी भी तरह से दवा या इलाज के विकल्प के रूप में अमल नहीं करना चाहिए। ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।