प्रेरणादायक। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों और संगरूर की पिंगलवाड़ा संस्था का सराहनीय योगदान
(Mentally youngman Piyush)
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पीयूष के परिजनों ने डेरा सच्चा सौदा व पूज्य गुरु जी का किया धन्यवाद
संगरूर (गुरप्रीत सिंह/नरेश कुमार)। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी इन्सानियत की नित नई-नई मिसाल कायम कर रहे हैं। इसी क्रम में संगरूर के डेरा श्रद्धालुओं ने बांग्लादेश की सीमा से सटे क्षेत्र से 5-6 महीने पहले गुम हुए 24 वर्षीय मन्दबुद्धि युवक पीयूष को संगरूर में उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। (Mentally youngman Piyush) बेसुध और लावारिस हालत में मिले इस युवक को अपनों तक पहुंचाने में डेरा श्रद्धालुओं के साथ पिंगलवाड़ा संस्था की भी अहम भूमिका रही। वीरवार को कई महीनों बाद जैसे ही पीयूष ने अपने माता-पिता को देखा तो भावुक हो गया। वहीं अपने बच्चे को दर-दर तलाश रहे उसके पिता और रिश्तेदारों की आँखों से भी आँसू छलक आए।
बांग्लादेश की सीमा पर हुआ गुम, संगरूर में मिला
पीयूष को लेने आए उसके पिता नरेश तातिया ने भावुक होते हुए बताया कि वह पिछले कई माह से परेशान था। क्योंकि उनका मंदबुद्धि बेटा गुम हो गया था। उन्होंने रिश्तेदारियों में भी तलाश की, लेकिन कहीं से भी उसका कुछ पता न चला। उन्होंने बताया कि उनका गांव सुंदरवन (पश्चिमी बंगाल) है, जो बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है।
- नरेश ने बताया कि कई महीनों तक जब कुछ पता नहीं चला, तब थक-हार कर घर बैठ गए।
- कुछ दिन पहले ही संगरूर से डेरा सच्चा सौदा संस्था के श्रद्धालु ने उन्हें फोन किया।
- पीयूष के सही सलामत होने की सूचना दी।फिर जाकर उनकी सांस में सांस आई।
हमें खुशी हो रही है कि इस युवक के पारिवारिक सदस्य आज उसे लेने आए हैं
वह अपने रिश्तेदारों को लेकर 2 दिन का सफर तय कर वीरवार को संगरूर पहुंचे और पिंगलवाड़ा संस्था में पीयूष को उनके सुपुर्द किया गया। पीयूष के पिता ने बताया कि डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु बहुत ही नेकदिल हैं, जिन्होंने मन्दबुद्धि बच्चे की इतनी संभाल की और अपने परिवार से मिलाया। हमारा पूरा परिवार डेरा सच्चा सौदा का तहेदिल से शुक्रगुजार है। इस पर सेवादारों ने कहा कि यह सब पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं की बदौलत ही संभव हुआ है।
पिंगलवाड़ा संस्था संगरूर के संचालक हरजीत सिंह अरोड़ा ने बताया कि 28 फरवरी को डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु सुखविन्द्र बबला ने उन्हें फोन कर किसी मन्दबुद्धि युवक के मिलने की सूचना दी और जिसके बाद पुलिस को सूचित करने के बाद उसे पिंगलवाड़े में दाखिल करवाया गया। हमें खुशी हो रही है कि इस युवक के पारिवारिक सदस्य आज उसे लेने आए हैं।
पूज्य गुरू जी की रहमत से हुआ सबकुछ : दीपचंद इन्सां
डेरा सच्चा सौदा के जिम्मेवार दीपचंद इन्सां ने बताया कि कुछ दिन पहले पीयूष नामक मन्दबुद्धि युवक हरेड़ी रोड पर डेरा श्रद्धालु बलविन्द्र बब्बी और जसपाल सिंह को मिला। उन्होंने बताया कि पीयूष जिस वक्त उन्हें मिला तो उसकी हालत बेहद खराब थी। उसके शरीर से दुर्गंध आ रही थी और उसे कोई हाथ भी नहीं लगा रहा था। फिर डेरा श्रद्धालु उसे नामचर्चा घर में ले जाकर नहलाया व अच्छे कपड़े पहनाए।
- दीपचंद ने बताया कि पीयूष की संभाल के पश्चात वह कुछ बताने लगा
- उसने अपने घर का मोबाइल नंबर और पता भी बताया।
- यह सब कुछ पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की दया मेहर रहमत से ही संभव हुआ है।
- उनकी प्रेरणा से ही आज डेरा श्रद्धालु 134 से ज्यादा मानवता भलाई के कार्यों में जुटे हुए हैं।
इस मौके सेवानिवृत्त एसएचओ जगराज सिंह …
- सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर हुक्म चंद नागपाल।
- फार्मेसी आॅफिसर सुखविन्द्र बबला।
- भरत कुमार सुनाम, बलविन्द्र बब्बी।
जसपाल सिंह उभावाल, नाहर सिंह काला हरिपुरा के अलावा पिंगलवाड़ा संस्था के नेता बड़ी संख्या में मौजूद थे।
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