चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। हिसार में पायलट प्रशिक्षण के लिए फ्लाइंग-क्लब बनाया जाएगा और हिसार हवाई अड्डे का दूसरा चरण वर्ष 2022 के अंत तक पूरा हो जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने यहां विधानसभा बजट सत्र में प्रश्नकाल के दौरान एक विधायक द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में दी। डिप्टी सीएम ने बताया कि हिसार हवाई अड्डे के दूसरे चरण का निर्माण कार्य 5 फरवरी, 2021 को शुरू हो चुका है जोकि वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर तक पूरा होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का प्रयास है कि हरियाणा का एकमात्र एयरपोर्ट हिसार हवाई अड्डा अंतरराष्ट्रीय स्तर बन जाए। (CHD News)
उन्होंने बताया कि उड़ान योजना के तहत हिसार से देहरादून, धर्मशाला व चंडीगढ़ के लिए उड़ान शुरू हो चुकी हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि हिसार में जो एविएशन-हब है, उसमें डिफेंस व एविएशन से संबंधित अन्य निर्माण उद्योग स्थापित करने का गंभीर प्रयास किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि स्पाइसजेट कम्पनी के साथ हरियाणा सरकार का समझौता हो चुका है, जिसके तहत फ्लाइंग-क्लब हिसार में स्थापित किया जाएगा जिसमें 100 पायलटों को प्रशिक्षण देने की सुविधा होगी। (CHD News)
विकास कार्यों का एस्टीमेट दें विधायक: दुष्यंत | CHD News
- जल्द जारी होगी 5-5 करोड़ की राशि | CHD News
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि जो भी विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए पांच करोड़ रुपये तक के विकास कार्यों का एस्टीमेट बनाकर पंचायत विभाग को समय रहते भिजवा देंगे, उनके कार्र्यों को यथाशीघ्र पूरा करवाया जाएगा। उपमुख्यमंत्री मंगलवार को विधानसभा बजट सत्र में प्रश्नकाल के दौरान एक विधायक द्वारा पूछे गए प्रश्न का जवाब दे रहे थे। डिप्टी सीएम ने बताया कि 20 दिसम्बर, 2019 को मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी, जिसके तहत प्रत्येक विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में पांच करोड़ रुपये तक के विकास कार्यों की सिफारिश कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत अब तक 239.03 करोड़ रुपये तक के विकास कार्य स्वीकृत हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरकार समय के साथ अपनी घोषणा को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के आरंभ में कोरोना महामारी के कारण काम अवश्य प्रभावित हुआ था परंतु अब फिर सुचारू हो गया है। सदन में दुष्यंत चौटाला चौटाला ने बेरी, दादरी, इसराना, नारनौंद, कालका आदि विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों से अनुरोध किया कि वे भी अपने-अपने क्षेत्र के लिए विकास कार्यों का एस्टीमेट बनाकर जल्दी भेजें ताकि धनराशि जारी की जा सके।