खिजराबाद: 24 करोड़ की लागत से चल रहे बाढ़ बचाव राहत कार्य राम भरोसे

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Khizrabad News: खिजराबाद: 24 करोड़ की लागत से चल रहे बाढ़ बचाव राहत कार्य राम भरोसे

जानकारी चाहिए तो कार्यालय में आ जाना रवि मित्तल अधीक्षक अभियंता

खिजराबाद (सच कहूं/राजेन्द्र कुमार)। Khizrabad News: पिछले कई महीनो से बेलगढ़ में चल रहे बाढ़ राहत कार्य राम भरोसे हो रहे हैं। बिना बाढ़ आए ही लुढ़क कर बिखरने शुरू हुए यमुना की पटरी पर लगाए ब्लॉक। प्राप्त जानकारी अनुसार मानसून शुरू होने से पहले बेलगढ़ में लगभग 24 करोड़ की लागत से क्षतिग्रस्त हुई यमुना नदी की पटरी को ठीक किया जा रहा है। पिछली बार बरसात के समय यमुना में अधिक पानी आने के कारण बेलगढ़ पटरी पर कटाव हो गया था। कटाव के कारण दर्जनों गांव पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा था। क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए सरकार ने लगभग 24 करोड़ की लागत से बेलगढ़ पटरी की रिपेयर का कार्य पिछले कई महीनो से शुरू किया हुआ है। Yamunanagar

बेलगढ़ में चल रहे इस बाढ़ बचाव राहत कार्य में बरती जा रही लापरवाही के कारण बिना बाढ़ आए ही ब्लॉक क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पानी का बहाव पटरी से दूर रखने के लिए यमुना में बनाए जा रहे ब्लॉक बिना बाढ़ आए ही गिरने शुरू हो गए। ताजा मामला बेलगढ़ नहर की पटरी पर देखने को मिला जहां इस बार बिना यमुना में बाढ़ आए ही बचाव के लिए बनाए गए ब्लॉक खुद ही ताश के पत्तों की तरह बिखर गए । जिससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर इस बार भी यमुना में हर वर्ष की तरह अधिक पानी आता तो सरकार के करोड़ों रुपए अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ जाते। हालांकि हर बार बरसात के दिनों में उफान पर रहने वाली यमुना इस बार शांत रही। इस बार बरसात के समय यमुना में सिर्फ 99538 क्यूसेक पानी ही 24/ 9/ 24 को आया। जबकि यमुना का सर्वाधिक फ्लड लेवल 8 लाख 28 हजार 72 क्यूसेक तक पानी आया। Yamunanagar

इस बात से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर इस बार भी यमुना उफान पर आती तो यमुना में करोड़ों रुपए की लागत से बनाए जा रहे ब्लॉक क्या ही पटरी की सुरक्षा कर पाते। क्षेत्रवासी राजेश, सोनू, टोनी, पिंटू, सुनील, ललित, दलविंदर, राजेंद्र आदि कहना है कि इस बार बरसात कम होने की वजह से यमुना उफान पर नहीं आई अगर बरसात अधिक होती और यमुना में उफान आता तो विभाग के करोड़ों रुपए के नुकसान के साथ क्षेत्र के कई दर्जन गांव भी बाढ़ की चपेट में आ जाते। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि अधिकारियों को बाढ़ राहत कार्यों में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और बिना बाढ़ आए पानी में बहै इन ब्लॉकों को तुरंत ठीक करवाना चाहिए जिससे कि समय रहते पटरी की सुरक्षा सुनिश्चित हो और भविष्य में क्षेत्र के दर्जनों गांवों को बाढ़ के पानी से राहत मिले। सरकार द्वारा बाढ़ राहत कार्य के लिए हर वर्ष खर्च जा रहे करोड़ों रुपए अधिकारियों की लापरवाही की भेंट न चढ़े।

उक्त कार्य की ग्रामीणो द्वारा बार बार शिकायत मिलने पर | Yamunanagar

तत्कालीन कृषिमंत्री कंवर पाल ने भी अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता में सुधार व कार्य समय पर पूरा करने के निर्देश दिए थे। लेकिन लोकसभा व विधानसभा चुनाव में आमजन व नेताओं की व्यस्तता का अधिकारियों व कार्य में लगी एजेंसी ने पूरा फायदा उठाया।

क्या कहते हैं अधिकारी इस बारे में बात करने पर अधीक्षक अभियंता रवि मित्तल का कहना है कि मैं छुट्टी पर बद्रीनाथ आया हूं अगर कुछ जानकारी चाहिए तो ऑफिस में आकर मिलना। Yamunanagar

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