खार्तूम (एजेंसी)। सूडान में मूसलाधार बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 83 हो गयी है। देश की नागरिक सुरक्षा परिषद के मुताबिक हाल में हुई मूसलाधार बारिश के बाद आयी बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में 18,000 से अधिक घर नष्ट हो गये और 25,000 अन्य क्षतिग्रस्त हुए हैं। सिंचाई और जल संसाधन मंत्रालय ने आने वाले दो दिनों में ब्लू नाइल और व्हाइट नाइल नदियों का जल स्तर फिर से बढ़ने की चेतावनी दी है। मंत्रालय ने विशेष रूप से राजधानी खार्तूम में दोनों नदियों के पास रहने वाले लोगों से आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया। सूडानी मंत्रिपरिषद ने गत रविवार को छह बाढ़ प्रभावित राज्यों नील नदी, गीजीरा, व्हाइट नाइल, वेस्ट कोर्डोफान, दक्षिण दारफुर और कसला में आपातकाल की स्थिति घोषित की है।
भारत के कई राज्य बाढ़ से प्रभावित
भारत के कई राज्य बाढ़ से प्रभावित है। मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है। लगतार बारिश से जन-जीवन अस्त व्यवस्त हो गया है। देश के कर्इं नदियां उफान पर है।
भारी बारिश से सत्रह घंटे से बंद है नागपुर-भोपाल हाइवे
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में कल से हो रही जोरदार बारिश के चलते आज अल सुबह से बंद नागपुर-भोपाल हाइवे 17 घंटे बाद भी शुरू नही हो सका। पुलिस सूत्रों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण जिले की सीमा से लगे नागपुर-भोपाल हाइवे पर स्थित नर्मदापुरम जिले के सुखतवा में नदी उफान पर होने से अल सुबह चार बजे से आवागमन बंद कर दिया जो 17 घंटे बाद भी रात साढ़े नौ बजे तक भी प्रारंभ नही भी सका। मार्ग बंद होने से दोनों तरफ वाहनों की कई किमी तक लंबी कतार लग गई है। सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारणी को जलापूर्ति करने वाले डेम के सात गेट सुबह छह बजे से चार-चार फीट खोलकर तवा नदी में प्रति सेकेंड 33 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
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