Flaxseeds for Uric Acid : अगर इंसान के अंदर यूरिक एसिड का लेवल बढ़ता है तो उसके लिए यह खतरे की घंटी है। क्योंकि खून में इसकी मात्रा बढ़ने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। बता दें कि वैसे तो यह गंदा पदार्थ पेशाब के सहारे बाहर निकल जाता है लेकिन कई बार ऐसा नहीं होता है, परिणामस्वरूप यह जोड़ों में क्रिस्टल का रूप ले लेता है जिससे किडनी में पथरी होने का खतरा पैदा हो जाता है।
ज्यादातर यह देखा जाता है कि गर्मियों में यूरिक एसिड की समस्या ज्यादा होती है, क्योंकि तेज गर्मी में अक्सर आप देखते होंगे कि हमें पसीना बहुत आता है और इन दिनों पानी भी पर्याप्त मात्रा में नहीं पीने से खून पर असर पड़ता है, जिससे यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है। क्योंकि कम पानी पीने से पेशाब की मात्रा भी कम होगी और यूरिक एसिड भी कम ही निकलेगा, जिससे गठिया या वात रोग हो सकता है। अगर ऐसी समस्याएं आपको आ रही हैं तो इसके लिए कुछ उपाय साझे किए जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
गर्म पानी के साथ सुबह लें अलसी के बीज | Flaxseeds for Uric Acid
यूरिक एसिड का लेवल के स्तर को कम करने के लिए आपको सुबह के समय गर्म पानी के साथ एक चम्मच अलसी के बीजों का सेवन करें। इससे यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में काफी मदद मिलेगी। इसके साथ ही कब्जी की परेशानी को भी दूर किया जा सकता है।
रात में दूध के साथ खाये अलसी | Flaxseeds for Uric Acid
रात्रि में सोने से पहले दूध के साथ अलसी के बीजों से बने पाउडर को मिक्स करके ले सकते हैं। इससे हाई प्रोटीन के प्रभाव को कम किया जा सकता है। साथ ही शरी में मौजूद अतिरिक्त गंदगी भी बाहर हो जाएगी।
सलाद के ऊपर ऐसे छिड़कें | Flaxseeds for Uric Acid
यूरिक एसिड के रोगियों को अलसी के बीजों का सेवन सलाद के साथ भी करना चाहिए। जिस तरह से आप चिया सीड्स या फिर अन्य तरह के बीजों को सलाद पर छिड़ककर खाते हैं उसी तरह से रोस्टेड या फिर कच्चे अलसी के बीजों को आप सलाद पर छिड़के और फिर खाये। इससे आपका यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
नोट: लेख दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है। इसे किसी दवा का विकल्प नहीं माना जा सकता। सच कहूँ इसकी पुष्टि नहीं करता है। ज्यादा जानकारी के लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।