सुलग रहे डस्बीन, धुआं-धुआं हुई धर्मनगरी

Flammable Dustbins, Fire, Kurukshetra

आग से सुलग रहे धर्मनगरी में रखे डस्टबीन, राहगीरों हो रहे परेशान

कुरुक्षेत्र (सच कहूँ/देवीलाल बारना)। धर्मनगरी की सड़कों से यदि आपको गुजरना है तो संभल कर निकलिएगा क्योंकि यहां सड़कों के नजदीक रखे डस्टबीन दिन-रात सुलगते रहते हैं और धूएं का आलम बना रहता है। जी हां, कुरुक्षेत्र की सडकों के किनारे रखे डस्टबीन में पडेÞ कचरे में आग लगाना आम व पुरानी बात बन गई है। कई बार तो हालत यह हो जाती है कि हवा के फेर से कचरे का जहरीला धुआं पूरी सड़क पर फैल जाता है।

जिससे राहगीरों को कड़ी मशक्कत का सामना करना पडता है। कहने को तो प्रदूषण बोर्डÞ द्वारा किसा नों द्वारा फानों में आग लगाने पर उनके खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं व जुर्माना लगाया जा रहा है। वहीं शहर में कूडेÞ को अपने स्थान पर पहुंचाने की बजाए उसमें आग लगाना कहां तक उचित है और अभी तक ऐसे कितने लोगों पर कार्रवाई की गई, जोकि सरेआम कूडेÞ में आग लगा रहे हैं, यह बात विचारनीय है। किसान जब फानों में आग लगाते हैं तो तर्क देते हैं कि खेतों की बुहाई ढंग से हो जाए इसलिए आग लगाने का कार्य करते हैं, लेकिन कूड़े में आग लगाने का तो शायद ही कोई तर्क बनता हो कि आग लगा दी जाए।

कूड़ा उठान के नाम पर लगा दी जाती है आग

स्टेट हाईवे पर थानेसर रेलवे स्टेशन के नजदीक एक कमरानुमा स्थान की चारदिवारी की गई है। जिसमें सफाई कर्मचारी रोजाना गंदगी को यहां डालते हैं और नगर परिषद् के वाहन के जरिए यहां से गंदगी उठान का कार्य किया जाना होता है। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इस स्थान पर कूड़ा डाल तो दिया जाता है, लेकिन उठान के नाम पर यहां आग सुलगा दी जाती है। महीने भर में से लगभग 15 से 20 दिन इस स्थान पर कचरा आग में सुलगता दिखाई देता है।

थीम पार्क के नजदीक रखा डस्टबीन भी बना धुएं की मशीन

थीम पार्क के नजदीक भी आस-पास की सफाई व्यवस्था को सुचारू करने के लिए डस्टबीन रखे गए हैं, लेकिन इन डस्टबीनों को यदि डस्टबीन न कहकर धुएं की मशीन कहें तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी। इन लोहे के डस्टबीनों में भी रोजाना ही आग सुलगती रहती है। थीम पार्क में रोजाना कोई न कोई धार्मिक, सामाजिक व राजनैतिक कार्यक्रम होते रहते हैं। वहीं इस स्थान के आस-पास भी एक बहुत बड़ा अस्पताल, पैनारमा एवं विज्ञान केंद्र व ब्रह्मसरोवर नजदीक है। इस बारे में नगर परिषद के ईओ से जब उनके मोबाईल पर बात करनी चाही तो उन्होने फोन रिसीव नही किया।

सफाई कर्मियों को दी जाए टैनिंग: मोनिका

ंग्रीन अर्थ की सदस्य मोनिका भारद्वाज ने कहा है कि कुरुक्षेत्र मे कचरे में आग लगाना आम बात है और यह आग सफाई कर्मचारी ही अपनी सहुलियत के लिए लगाते हैं। इसलिए जरूरी हो जाता है कि सफाई कर्मचारियों को इस बारे जागरूक किया जाए। इस बारे में वे कई बार जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सूचित भी कर चुके हैं, लेकिन कार्रवाई कोई नही हुई।

ईओ के खिलाफ करवाएंगें एफआईआर दर्ज: भारद्वाज

ग्रीन अर्थ संस्था के सदस्य नरेश भारद्वाज ने कहा है कि एनजीटी ने कचरे में आग लगाना पूर्णत: बंद किया हुआ है। बावजूद इसके रविवार सायं से लेकर सोमवार सायं तक केयूके थर्ड गेट से कई स्थानों पर कचरे में आग सुलगी हुई है। इसकी सारी जिम्मेवारी नगर परिषद की बनती है। इसलिए ग्रीन अर्थ इस मामले को लेकर नगर परिषद के ईओ के खिलाफ मामला दर्ज करवाएगी।