करनाल (सकब)। रेलवे यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। टिकट वेंडिंग मशीन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने आर वॉलेट यानी स्मार्ट कार्ड से टिकट लेने वाले यात्रियों के लिए पांच फीसद छूट देने का निर्णय लिया है। इसके अलावा स्मार्ट कार्ड के रिचार्ज की सीमा भी बढ़ा दी गई है। पहले स्मार्ट कार्ड को पांच हजार रुपये तक रिचार्ज कराया जाता था, लेकिन अब 10 हजार रुपये तक का रिचार्ज करा सकेंगे। रेलवे ने ट्वीट के जरिए यात्रियों को छूट की जानकारी दी है। पहले आर वॉलेट से जनरल टिकट और मासिक पास के लिए इस्तेमाल होता था, लेकिन अब सुपरफास्ट, एक्सप्रेस, फस्र्ट क्लास आदि की टिकट के लिए भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
यात्री स्मार्ट कार्ड को रीडर पर रखें। उसके बाद भाषा और अपना जोन चुनें। इनको चयनित करने के बाद गंतव्य, रूट एवं श्रेणी चुनें। टिकट यात्रियों की संख्या, वयस्क और बच्चे का टिकट चुनने के बाद प्रमाणित करें। इसके बाद टिकट मिल जाएगा। स्मार्ट कार्ड से ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग से ऑनलाइन ही यूटीएस यानी अनरिजर्व टिकट सिस्टम जनरेट हो जाएगा। इसके बाद उसका मशीन से ही प्रिंट ले सकेंगे। आर वॉलेट से जितने टिकट की राशि कटी है, उसमें से पांच फीसद का कैशबैक होगा। जनरल टिकटों के साथ मासिक पास में भी पांच फीसद का फायदा होगा। रेल यात्रियों को स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए स्थानीय स्टेशन के मुख्य टिकट पर्यवेक्षक से संपर्क करना होगा।
यात्रियों को स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए सौ रुपये अदा करने होंगे। इसके बाद यात्री उसमें से 52 रुपये का इस्तेमाल टिकट में कर सकते हैं। यात्री प्लेटफार्म टिकट भी ले सकते हैं। यह कार्ड न्यूनतम 20 और अधिकतम 10 हजार रुपये तक से रिचार्ज कराया जा सकता है। स्मार्ट कार्ड की वैधता अंतिम रिचार्ज से एक वर्ष तक होगी। रेलवे के मुख्य टिकट पर्यवेक्षक जीतराम का कहना है कि रेलवे की तरफ से यह अच्छा इनीसिएटिव दिया गया है। इससे दैनिक यात्रियों को अधिक फायदा होगा। यात्रियों को चाहिए कि वे लंबी लाइन से बचने के लिए ऑटोमेटिक टिकट वेंङ्क्षडग मशीन का इस्तेमाल करें। स्मार्ट कार्ड के इस्तेमाल को लेकर कर्मचारी की सहायता ले सकता हैं।