पूरी रात तलाशी अभियान जारी रहा | Avalanche
श्रीनगर (एजेंसी)। जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले में हिमस्खलन (Avalanche) के कारण पाँच लोगों की मौत हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नौ लोगों का दल सोमवार रात कोलन में बचाव अभियान के लिए जा रहा था। तभी सभी हिम्सखलन की चपेट में आ गये। पुलिस ने स्थानीय नागरिकों की मदद से तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान चार लोगों को सुरक्षित बचा लिया। पूरी रात तलाशी अभियान जारी रहा और मंगलवार सुबह पांच लोगों के शव बरामद किए गए। कुपवाड़ा, बांदीपोरा और बारामुला जिले में हिमस्खलन के कारण कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। संभागीय प्रशासन ने उत्तरी और मध्य कश्मीर के ऊपरी इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। लोगों से हिमस्खलन की आशंका वाले इलाकों में नहीं जाने का आग्रह किया है।
- कोलन में बचाव अभियान के लिए निकला था नौ सदस्यीय दल
- यह दाल अचानक हिमस्खलन की चपेट में आ गया
- स्थानीय लोगों की मदद से चार लोगों को बचा लिया गया
- रात भर चला तलाशी अभियान
- सुबह मिले पाँच लोगों के शव
हिमस्खलन क्या है ?
हिमखण्ड के पर्वतीय ढाल के सहारे नीचे सरकने की घटना को हिमस्खलन कहते हैं। यह घटना भूस्खलन के समान ही होती है। परन्तु इसमें मिट्टी एवं शैल की अपेक्षा हिमखण्ड सरककर नीचे आ जाते हैं। ऊँचे पर्वतीय ढलानों के सहारे जैसे ही हिमखण्ड नीचे आते हैं। तो इनकी गति अप्रत्याशित रूप से बढ़ जाती हैं, जिस कारण छोटे से छोटे हिमस्खलन होने पर भी भारी क्षति होती है। यह घटना ऊँचे पर्वतीय एवं उच्च अक्षांशीय क्षेत्रों में घटित होती है।
हिमस्खलन दो प्रकार के होते हैं
- शुष्क हिम हिमस्खलन
- नम हिम हिमस्खलन
शुष्क हिम हिमस्खलन : ताजा बर्फ जमकर स्थिर हो गए पुराने हिम की सतह पर खिसकते हुआ आती है। नम हिम हिमस्खलन : ये तब बनते हैं जब भारी हिमपात के तुरन्त बाद वर्षा या गरम मौसम आ जाता है। ऐसी स्थिति में हिमस्खलन में मुख्य रूप से पिघली बर्फ और जल का मिश्रण होता है, लेकिन वह रास्ते में अन्य पदार्थों को भी साथ में समेट ले जाता है।