सच कहूँ/अमित गर्ग, रामपुरा फूल/बठिंडा। स्थानीय शहर में उस समय शोक की लहर दौड़ गई जब शहर के एक ही परिवार के पांच सदस्यों की भाखड़ा नहर में स्विफ्ट कार गिरने से मौत हो गई। प्राप्त जानकारी अनुसार शहर की मनोचा कॉलोनी में रहने वाले बबली बाहिया अपने परिवार सहित माता मनसा देवी पंचकुला से रात माथा टेक कर वापिस आ रहा थे। रास्ते में 11 बजे के करीब पटियाला के पास भाखड़ा नहर में उनकी कार गिर गई, जिसमें बबली बाहिया सहित उसका पूरा परिवार सवार था।
सोमवार सुबह ही पटियाला पुलिस की मदद से गोताखोरों द्वारा शवों की तलाश जारी है। जसविन्दर कुमार उर्फ बबली बाहिया पैस्टीसाईड और मशीनरी स्टोर का काम करता है और 2 जनवरी को दोपहर करीब 3:30 बजे अपनी पत्नी नीलम रानी, बड़ी बेटी सुमीता रानी उर्फ शिखा गर्ग, छोटी बेटी ईशका और पुत्र पीरु गर्ग के साथ अपनी स्विफ्ट कार (पीबी 35 आर 0047) में सवार होकर माता मनसा देवी दर्शनों के लिए गया था क्योंकि उसकी बड़ी बेटी स्मिता रानी उर्फ शिखा गर्ग (27) जो कि पहले कोटा बूंदी में पेस्टीसाईड की कंपनी में नौकरी करती थी, जिसको अब मुक्तसर में पेस्टीसाईड की कंपनी में नौकरी मिल गई थी।
बबली बाहिया की माता का पहले ही देहांत हो चुका था और पिछले साल उसके पिता मोहन लाल बाहिया की कोरोना कारण मौत हो गई थी और घर में यह सिर्फ पांच सदस्य ही रहते थे। घटना की खबर के साथ जहां शहर में शोक की लहर दौड़ गई, वहीं खुशियों भरा घर खाली हो गया। खबर लिखे जाने तक भाखड़ा नहर में से गोताखोरों ने दो शवों नीलम गर्ग और सुमीता गर्ग को गाड़ी सहित ढूँढ लिया था जबकि बाकियों की तलाश जारी है।
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