बालोतरा (बाड़मेर)। बाड़मेर के बालोतरा में रविवार को चलती बस में आग लग गई जिससे एक महिला और उसकी बेटी की जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई। आग का काफी देर में पता चला, हालांकि ड्राइवर ने बस रोककर बाकी यात्रियों को बाहर निकाल लिया। आग से बस जलकर खाक हो गई। बाड़मेर डिपो की स्लीपर बस जयपुर से बाड़मेर जा रही थी। बस में 10 यात्री सवार थे। बस बालोतरा में रुकी थी। बालोतरा से बस बाड़मेर की ओर रवाना हुई। बालोतरा-बागुंडी हाइवे पर खेड़ के पास बस में आग लग गई। बस काफी देर से लगी थी। हादसे के समय यात्री सो रहे थे। आग से बस में धुआं भर गया। जब यात्रियों की आंख खुली तब तक काफी देर हो चुकी थी।
आग का पता चलते ही ड्राइवर ने बस रोक दी। यात्री भागकर बस से उतर गए, लेकिन एक महिला और उसकी बेटी बस में ही फंस गए। तब तक आग बस के भीतर लग गई थी और धुएं से दोनों बेहोश हो गईं। सेकंडों में ही दोनों जल गए। देखते ही देखते बस आग का गोला बन गई और धू-धू कर जलने लगी। ड्राइवर व यात्रियों ने पुलिस को सूचना दी। वहां से गुजरने वाले वाहन चालक भी रुक गए। दोनों तरह लंबा जाम लग गया। पुलिस की सूचना पर थोड़ी ही देर में दो दमकल वहां पहुंच गईं। हालांकि आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी इसलिए एक और दमकल को बुलाया गया। तीन दमकलों ने दो घंटे में आग पर काबू पाया। तब तक बस पूरी जल चुकी थी।