नुकसान सरकार से की मुआवजे की मांग
भटिंडा (अशोक वर्मा)। भटिंडा के जोगी नगर में लगी झुग्गियों को आग ने दर्जनों गरीब परिवारों की खुशियों को जला कर राख कर दिया है। जिस तरह के हालात झुग्गियों वाली जगह पर हैं, उन मुताबिक तो यहां जिंदगी को पटड़ी पर लाने में लंबा समय लग जाएगा।
पहचान पत्रों सहित सभी दस्तावेज हुए खाक
पीड़ित परिवारों का कहना है कि कल को कुदरत उनको कुछ भी दे दे, लेकिन आज लगी चोट का दर्द उन्हें जिंदगी भर सताता रहेगा। पीड़ित लोगों के मुताबिक आग लगने के कारण बस्ती के कई लोगों के आधार कार्ड, वोटर कार्ड, बैंक की कापियां इत्यादि सभी दस्तावेज जल कर राख हो गए हैं। झुग्गी निवासी कृष्ण कुमार ने बताया कि उन के पल्ले कुछ नहीं बचा है।
सात माह पहले फाईनैंस पर खरीदी टाटा गाड़ी भी आग की भेंट चढ़ गई है। इसके अतिरिक्त इस महीने की किश्त भरने के लिए रखे 20 हजार रुपये और सारा घरेलू समान जल गया है। उसकी बहन प्रीति ने बताया कि गाड़ी खरीदने के बाद उसका भाई बहुत खुश था और कहता था कि यह गाड़ी हमारी जिंदगी में खुशियां लेकर आएगी, लेकिन इस आग जनी की घटना के बाद लगता है, उनके सारे सपने ही खाक हो गए हैं।
सदमे का शिकार पूरा परिवार
नंद किशोर चौधरी का पूरा परिवार सदमे का शिकार हो गया है। नंद किशोर को अपनी दो बेटियों की चिंता हर समय सता रही है, जबकि उसके तीन लड़कों में से दो सदमे के कारण बीमार पड़े हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार सुनें तो ठीक है, अन्यथा ताबाही का मंजर तो सामने दिखाई दे ही रहा है।
पीड़ित परिवारों को मिलेगा मुआवजा: डीसी
डिप्टी कमिशनर दीपारवा लाकड़ा ने कहा कि आग की चपेट में आए परिवारों को 25 हजार रुपयए मुआवजा दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त परिवारों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशाशन इन परिवारों की हर संभव सहायता करेगा।
अरमानों पर गिरी बिजली
महाराजा रणजीत सिंह यूनिवर्सिटी में राज मिस्त्री का काम करते नौजवान पिंटू के मुताबिक उसके अरमानों पर तो बिजली गिर गई है। उसने बताया कि वह भटिंडा में अपने पैरों सिर खड़ा होने के लिए आया था। फिलहाल पत्नी के साथ ससुराल परिवार में रह रहा था। आगजनी की घटना से एक दिन पहले वह अपने खून पसीने की 15 हजार रुपये कमाई घर लेकर आया था, जो आग की भेंट चढ़ गए। उसने कहा कि इस घटना ने उन्हें काफी बड़ा झटका दिया है। अब वह पहले की तरह उत्साहित होकर काम नहीं कर सकेगा।
घर के लिए जोड़ी सारी पूंजी हो गई राख
महिला सरजी देवी तो आगजनी की घटना के बाद से गुमसुम हो गई है। जानकारी अनुसार उसके पुत्र राम कृष्ण हलवाई ने घर के लिए दो लाख रुपये इकट्ठे किए थे, जो आग की भेंट चढ़ गए। अपनी मां को दिलासा दे रहे राम कृष्ण के चेहरे पर मेहनत की कमाई गंवाने का गम साफ झलक रहा था।
हर किसी ने सुनाया अपना दर्द
सच कहूँ टीम जब मौके पर पहुंची तो उक्त लोगों की तरह हर किसी ने अपना दर्द सुनाया। किसी महिला ने अपने कीमती जेवर व नकदी आग की भेंट चढ़ने की बात बताई तो किसी बुजुर्ग ने जीवन के अंतिम मोड़ पर एक ओर उजाड़े का दर्द बयान किया।
संभाल हेतु समाजिक संस्थाएं आई आगे
इन लोगों की संभाल के लिए विभिन्न समाजिक संस्थाएं आगे आई हैं। हनुमान सेवा समिति, आसरा वैल्फेयर सोसायटी और नौजवान वैल्फेयर सोसायटी ने ठंडे पानी की टंकियां भेजी हैं। जिला रेड क्रास सोसायटी ने आज लंगर भेजा है। इसी तरह विभिन्न समाज सेवी संस्थाओं ने बारी-बारी खाने-पीने का सामान भेजने की जिम्मेवारी उठाई है।
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