- दुकानदारों को किया 1100 रुपए का जुर्माना
होशियारपुर। डिप्टी कमिशनर विपुल उज्जवल के दिशा-निदेर्शों के अंतर्गत ‘मिशन तंदरुस्त पंजाब’ अधीन नगर पंचायत तलवाड़ा द्वारा प्लास्टिक के लिफाफे में सामान बेचने वाले 7 दुकानदारों के 1100 रुपए के चालान काटे गए हैं।
इस संबंधी जानकारी देते हुए कार्यकारी अधिकारी ब्रिज मोहन ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से शुरु की गई मुहिम ‘मिशन तंदरुस्त पंजाब’ के अंतर्गत विभाग द्वारा जहां जिले में विशेष मुहिम चलाई जा रही है, वहीं नगर पंचायत तलवाड़ा में भी सैनेटरी इंस्पेक्टर सुलिन्दर कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए प्लास्टिक के लिफाफों में सामान बेचने वाले 7 दुकानदारों के 1100 के चालान काटे गए हैं। उन्होंने कहा कि दुकानदारों व रेहड़ी पर सब्जी बेचने वालों द्वारा लोगों को प्लास्टिक के लिफाफों में समान दिया जाता है, जो कि बेहद खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि वातावरण हितैषी वनस्पती थैलों का प्रयोग समय की मुख्य जरूरत है। उन्होंने कहा कि कई ऐसे प्लास्टिक के लिफाफे होते हैं, जिनकी उम्र 5 हजार साल से भी अधिक होती है और ऐसे थैले कई सालों में मिट्टी अंदर दबे रहते हैं और न गलने करके गंभीर बीमारियों को जन्म देते हैं। उन्होंने कहा कि इस लिए सरकार की तरफ से प्लास्टिक के थैलों की बिक्री पर पाबंदी लगाई गई है।
प्लास्टिक के लिफाफों का प्रयोग बंद कर करें वनस्पती थैलों का प्रयोग : अधिकारी
उक्त थैलों के विपरीत वनस्पती थैले वातावरण के अनुकूल हैं और मानवीय स्वास्थ्य को कोई नुक्सान भी नहीं पहुंचाते। यह थैला मक्का, आलू और गन्ने के बचे हुए छिलकों से तैयार होता है और इस का मानवीय सेहत पर कोई नुक्सान नहीं पड़ता।
उन्होंने कहा कि आज के समय में प्लास्टिक के लिफाफों का प्रयोग बंद करके वनस्पती थैलों का प्रयोग करनी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्टार्च से बने लिफाफे लगभग 6 माह के अंदर ही मिट्टी व हवा के संपर्क में आने साथ गल जाते हैं और इस का वातावरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
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