रिटायर अध्यापकों से भरे जाएंगे स्कूलों में रिक्त स्थान
- अनुबंध आधार पर भर्ती के लिए पोर्टल लांच
- 65 वर्ष से कम उम्र के रिटायर अध्यापकों को मौका
- अन्य राज्यों एव प्राइवेट संस्थानों के रिटायर अध्यापक भी कर सकते हैं एप्लाई
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए जब नए डॉक्टर नहीं मिले तो प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने रिटायर हो चुके डॉक्टरों को ही दोबारा नियुक्ति दे दी। उसी तर्ज पर स्कूलों में अध्यापकों की कमी के चलते व नई भर्तियों में पेंच फंसे होने के कारण शिक्षा विभाग ने अनुबंध के आधार पर रिटायर अध्यापकों फिर से बुलाने की कवायद शुरू की है। जिसके तहत आज हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के.दास ने पोर्टल की शुरूआत की।
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए दास ने कहा कि इस पोर्टल पर हरियाणा सरकार, अन्य राज्य सरकार और निजी प्रबन्धन स्कूलों के 65 वर्ष से नीचे के सेवानिवृत्त अध्यापक आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया करवाने के लिए राजकीय स्कूलों से सेवानिवृत्त अध्यापकों को रखने से मदद मिलेगी।
5000 अध्यापकों के भर्ती होने का अनुमान
दास ने कहा कि नियमित भर्ती आधार पर विभिन्न श्रेणियों के रिक्त अध्यापकों के पदों को भरने के लिए भरसक प्रयास किये जा रहे हैं, जबकि लगभर 22,000 अध्यापकों की कमी है, जिनमें 15000 पीजीटी अध्यापक और 7000 टीजीटी अध्यापक शामिल हैं। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि राजकीय स्कूलों में इस पोर्टल के माध्यम से 5000 रिटायर्ड अध्यापकों से अध्यापन करवाया जाएगा।
अपनी इच्छा अनुसार चुन सकेंगे स्कूल
दास ने कहा कि इस पोर्टल पर हरियाणा सरकार, अन्य राज्य सरकार और निजी प्रबन्धन स्कूलों के 65 वर्ष से नीचे के सेवानिवृत्त अध्यापक आवेदन कर सकते हैं और अपनी इच्छा अनुसार अपने-अपने जिलों में मैरिट के आधार पर स्कूलों को चुन सकते हैं। दास ने बताया कि राज्य सरकार की रि-इम्पलॉयमेंट नीति के अनुसार सेवानिवृत्त अध्यापकों को मानदेय दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा जल्द ही अध्यापकों की आॅनलाइन स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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