पानीपत।(सन्नी कथूरिया) सिपाही पद से मुख्य सिपाही पद पर पदोन्नति के लिए पुलिस कर्मचारियों की बी-1 परीक्षा हुई। पुलिस विभाग में अनुसंधान अधिकारी बनाने के लिए विशेष प्रकार का कोर्स कराया जाता है। बी-1 परीक्षा का आयोजन पानीपत के समालखा में स्थित पाइट कॉलेज की कंप्यूटर लैब में आनलाइन हुआ। परीक्षा केंद्र में करनाल रेंज के अंतर्गत आने वाले जिला पानीपत, करनाल व केथल के महिला व पुरुष सिपाहियों ने पदोन्नति की परीक्षा दी।
रविवार को आयोजित की गई परीक्षा में उच्च अधिकारियों की देख-रेख में तीनों जिलों के 601 पुरुष व महिला सिपाहियों ने बी-1 परीक्षा पास करने के लिए टेस्ट दिया। जिला पानीपत से 263 कर्मचारी परीक्षा में बैठे, करनाल से 177 व केथल से 161 पुलिस कर्मचारियों ने परीक्षा दी। करनाल रेंज में परीक्षा के लिए पुलिस महानिरीक्षक करनाल मंडल करनाल सतेंद्र कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया। जिनकी देखरेख में परीक्षा हुई।
परीक्षा का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया
उप- पुलिस अधीक्षक प्रदीप ने बताया कि पुलिस विभाग में सिपाही से मुख्य सिपाही पद की पदोन्नति के लिए कुछ नियम निर्धारित हैं। इन नियमों के अनुसार जिन पुलिस सिपाहियों की सर्विस पांच साल पूरी हो जाती है और सर्विस रिकार्ड अच्छा है उनको मुख्य सिपाही पद पर पदोन्नति के लिए एक प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है।
इसी कड़ी में पुलिस महानिदेशक हरियाणा के निर्देशानुसार सिपाही से मुख्य सिपाही पद की पदोन्नति की तैयारी के लिए पूरे हरियाणा में जिला स्तर पर बी-1 परीक्षा कराई जा रही है। इस फाइनल परीक्षा से पूर्व जिले के सभी योग्य सिपाहियों का माक टेस्ट10 जुलाई को कराया गया था।
बी-1 में फाइनल सेलेक्शन के बाद पुलिस कर्मचारियों को छह माह के लिए पुलिस अकादमी मधुबन या अन्य पुलिस ट्रेनिग सेंटरों में कोर्स के लिए भेजा जाता है। ट्रेनिग के दौरान उन्हें कानूनी पढ़ाई के साथ-साथ समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभावी भूमिका, केसों का अनुसंधान, निष्पक्ष कार्यशैली के बारे में पढ़ाया जाता है।
इस बी-1 परीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया था। जिसमें पुलिस महानिरीक्षक करनाल मंडल करनाल सतेंद्र कुमार गुप्ता की देख-रेख में परीक्षा का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया। इस बी-1 परीक्षा की कमेटी में पुलिस अधीक्षक करनाल गंगाराम पूनिया, पुलिस अधीक्षक कुरूक्षेत्र डॉ अंशु सिंगला, उप-पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार, उप-पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार, उप-पुलिस अधीक्षक विवेक चौधरी, उप-पुलिस अधीक्षक विजय देशवाल शामिल रहे।