पिंजरे का बंदर
एक समय की बात है एक शरीफ आदमी था। उसके पास एक बंदर था, वह बंदर के जरिए अपनी आजीविका कमाता था। बंदर कई तरह के करतब लोगों को दिखाता था। लोग उस पर पैसे फेंकते थे, जिसे बंदर इकट्ठा करके अपने मालिक को दे देता था। एक दिन मालिक बंदर को चिड़ियाघर लेकर गया, बं...
एक झूठी दिलासा
Jhuthi Dilasa Story: टोनी के पापा चले गए इस संसार से जब तीन साल का था टोनी। ‘‘सबके पापा हैं। मेरे पापा कहाँ हैं। आते नहीं हैं। रामू के पापा तो चले गए थे वो तो आ गए। मिठाइयाँ लाए थे। टॉफियाँ लाए थे। मेरे पापा पता नहीं कब आयेंगे। आयेंगे तो खूब बात करूँ...
बच्चों को संस्कारी बनाएं
बच्चों में अच्छे संस्कार विकसित करने में माँ-बाप की भूमिका काफी अहम होती है। अगर माता-पिता संस्कारी होंगे, तभी तो बच्चे भी संस्कारी बनते हैं वर्ना संस्कारी होंगे ही नहीं।
आजकल के माहौल में बच्चों को अच्छे संस्कार दे पाना माता-पिता के लिए मुश्किल होत...
Gadhe ka Gana: गधे का गाना
Children's Story: किसी गांव में एक गधा अपने मालिक धोबी के साथ रहता था। उसका मालिक धोबी दिनभर गधे से खूब काम करवाता और रात को उसे खुला छोड़ देता जिससे वह मनभर और पेट भर के घास चरता था। गधा घास खाने के लिए रात के समय अपने मालिक के घर के आस-पास के खेतों ...
कह रही है ये हवा, आ रहे शाहों के शाह
धरा पर आकाश नन्हीं बूंद क्यों बरसा रहा?
शीतल मंद समीर भी सुन!
सन-सन-सन कुछ गा रहा
धरा ने भी हरित परिधान क्यों धारण किया?
बन गई दुल्हन संवर के किससे ये घूंघट किया?
हरित हार श्रृंगार करके किसका इंतजार करती?
अलंकृत हो करके क्यों है खुशी का इजहार...
बाल कथा : संतोष की महत्ता
जीवन में संतोष है तो सब कुछ है। संतोष नहीं तो सब कुछ होने पर भी मनुष्य के पास कुछ नहीं। जीवन को सुखमय बनाने के लिए संतोष आवश्यक है। जीवन का लक्ष्य भौतिकवाद नहीं है जबकि मनुष्य हमेशा भौतिक पदार्थों को इक्ट्ठा करने में ही लगा रहता है। भौतिकवाद तो एक अं...
बच्चों को सजा देने के सही व क्रिएटिव तरीके
पेरेंट्स के लिए अपने बच्चों को सही-गलत सिखाने के अलग-अलग तरीके होते हैं। कोई डांट कर, तो कोई प्यार से बच्चों को सही चीजें सिखाता है। बच्चे को अनुशासन में रखने के लिए कभी-कभी सजा देना या उन्हें उनकी गलती का एहसास कराना जरूरी होता है। हालांकि, उन्हें क...
Happy Diwali:-(इबके दिवाली घरा जाइयो रे..)
बाहर पढ़निए, अर काम करणीय,
थोड़ा सा गौर फरमाईंयो रे,
भाई ज्यादा कुछ नी कहेंदा,
इबके दिवाली अपने-अपने घरा जाइयो रे....2
भाई काम धंधे की छोड़ के टेंशन,
थाने अपने घरा जाणा हैं,
इबकी बार दिवाली का त्यौहार,
माँ-बावू गेल मनाणा हैं
अर जितना माँ थारा ला...
Venom: इन जहरीले जीवों में ज्यादा जहरीला कौन है बिच्छू या सांप? यहां पढ़ें पूरी जानकारी
Venom:बिच्छू हो या फिर सांप, दोनों ही जहरीले होते हैं और इन दोनों का ही जहर इंसान की जान ले सकता हैं, ऐसे में सवाल ये उठता है कि दोनों में से किसका जहर सबसे ज्यादा खतरनाक होता हैं और बिच्छु में कितना जहर होता हैं और ये सांप से कितना ज्यादा खतरनाक हो ...
Holi 2024: क्या आने वाली पीढ़ियों को बताना पड़ेगा, फ़ाग ऐसा होता था?
Holi 2024: सामाजिक सद्भावना के त्यौहार पर गायब रहा भाईचारा
डॉ. संदीप सिंहमार। सामाजिक सद्भावना और भाईचारे का प्रतीक के होली के त्यौहार के रंग अब फीके नजर आ रहे हैं। ऐसा नहीं है कि आज के दौर में रंगों की कमी है, लेकिन खुद इंसान की फितरत की वजह से रंग...