अमीर का झोपड़ा
एक अमीर आदमी था। उसने समुद्र में अकेले घूमने के लिए एक, नाव बनवाई। छुट्टी के दिन वह नाव लेकर समुद्र, की सैर करने निकला। आधे समुद्र तक पहुंचा ही था कि अचानक, एक जोरदार तूफान आया। उसकी नाव पूरी तरह से तहस-नहस, हो गई लेकिन वह, लाईफ जैकेट की मदद से समुद्...
Children’s Ram Leela: बच्चों की राम लीला
मंच पर वापस आकर राम की भूमिका निभा रहे मनोज ने राजू से पूछा, ‘चच्चा बीच में बेहोश क्यों हो गए थे
बच्चों के लिए खतरनाक है बड़े व डरावने दिखने वाले खिलौने
जितने बार पजल गलत होता है, उतने बार टॉकिंग पज्लर से काफी लाउड आवाज निकलती है, इसके चलते बच्चे भी काफी लाउड बात करने लगते हैं।
Story : मेंढ़क और चूहा
बहुत समय पहले की बात है, किसी घने जंगल में एक छोटा-सा जलाशय था। उसमें एक मेंढ़क रहा करता था। उसे एक दोस्त की तलाश थी। एक दिन उसी जलाशय के पास के एक पेड़ के नीचे से चूहा निकला। चूहे ने मेंढ़क को दुखी देखकर उससे पूछा, दोस्त क्या बात है तुम बहुत उदास लग रह...
लघुकथा: आभार
हर की पैड़ी पर निरंतर बढ़ती भीड़ को देखते हुए भवगीत का ध्यान चौड़े पाट की ओर गंगा-स्नान करते भक्त पर गया तो वह भी उधर ही जा पहुंचा और घाट पर लगे एंगल को पकड़कर ज्यों ही गोता लगाने को हुआ ही कि उसके पाँव उखड़ गए। बस, फिर क्या था, बरबस ही जीवन-मृत्यु के बीच ...
आओ घर को सजाएं
आँकड़े बताते हैं कि हम आपनी आयु के पाँच वर्ष स्नानगृह में ही गुजारते हैं। इतनी महत्वपूर्ण जगह को नजरअंदाज भला कैसे किया जा सकता है। स्नानगृह में एक अलमारी का होना आवश्यक है। जरुरत के हिसाब से यह छोटी बड़ी हो सकती है। ढेरों तरह के साबुन, लोशन, शैम्पू, क...
ज्यादा नहीं हैल्दी खाओ
यदि हम घर की बनी दाल, सब्जी, रोटी खाते हैं तो वह हमारे शरीर को कमजोर नहीं बनाती पर कभी कभी शरीर में कुछ विटामिन्स व मिनरल्स की कमी पैदा हो जाती है क्योंकि हमें बैलेंस्ड डाइट के बारे में पूर्ण जानकारी नहीं होती।
हम दो मुख्य आहार तो ठीक ले लेते हैं पर...
शेर और किशमिश
एक खूबसूरत गांव था। चारों ओर पहाड़ियों से घिरा हुआ। पहाड़ी के पीछे एक शेर रहता था। जब भी वह ऊंचाई पर चढ़कर गरजता था तो गांव वाले डर के मारे कांपने लगते थे। कड़ाके की ठंड का समय था। सारी दुनिया बर्फ से ढंकी हुई थी। शेर बहुत भूखा था। उसने कई दिनों से कुछ न...
भरया रहवै भंडार
मरयादा कुल की रखै, जाण नहीं दे आण।
तीन रूप नारी धरै, माँ, बेट्टी अर भाण।।
बिजली पाणी मेह की, हर देखै बाट।
अनदात्ता भूक्खा मरै, दुनिया करती ठाट।।
जाड्डो-पालो-घाम-लू, बल्हद-खेत अर क्यार।
बीज-दराती-हल-कस्सी, सब किसान का यार।।
ज्यूं जवान सै स...
गजल : कोई आँसू बहाता है…
Ghazal: कोई आँसू बहाता है, कोई खुशियाँ मनाता है, ये सारा खेल उसका है, वही सब को नचाता है।
बहुत से जवाब लेकर गांव से वो शहर आया था, मगर दो जून की रोटी, बमुश्किल ही जुटाता है।
मेरी दुनिया में है कुछ इस तरह से उसका आना भी, घटा सावन की या खुशबू का झोंक...