गुरु दक्षिणा
एक बार एक शिष्य ने विनम्रतापूर्वक अपने गुरु जी से पूछा-‘‘गुरु जी, कुछ लोग कहते हैं कि जीवन एक संघर्ष है, कुछ अन्य कहते हैं कि जीवन एक खेल है और कुछ जीवन को एक उत्सव की संज्ञा देते हैं। इनमें कौन सही है? गुरु जी ने तत्काल धैर्यपूर्वक उत्तर दिया- पुत्र...
चाहिए मुझे सच कहूँ
चाहिए मुझे सच कहूँ | Sachkahoon
देश हो या विदेश,
चाहे मैं कहीं भी रहूँ,
सुबह आँख खुलते ही,
चाहिए मुझे सच कहूँ।
जिसमें है देश-विदेश,
राजनीतिक, धार्मिक, समाजिक सरोकार,
मानव से मानव को मिलाने,
वाला है ये अखबार। सच कहूँ ...
दुनिया को यह म...
Traffic Rules: सिरसा वासियों को रॉन्ग साइड या लाइन बदलकर चलना पड़ेगा भारी!
Traffic Rules: यातायात पुलिस ने काटे चालान
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। जिला की यातायात थाना पुलिस ने ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वालों वाहन चालकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर गलत दिशा व लाइन बदलकर वाहन चलाने वाले 85 से ज्यादा वाहन चालकों के चालान किए ...
काम की कीमत
यह कहानी एक राजा की है, जिनका नाम था राणा उदय सिंह। राजा अपनी प्रजा से बहुत प्यार करते थे और वह उनका ख्याल भी रखते थे। वह अपने गांव के लोगों के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे। एक दिन राजा अपने कुछ दरबारियों को बुलाकर उनसे कहते हैं ‘जाओ और...
Nazran da Noor: नजरां दा नूर
अंधेरे को चीरती गोल रोशनी अपने गंतव्य की ओर भागी जा रही थी। रिटायर्ड मेजर सरदार गुलबाग सिंह। नियम और उसूलों के पक्के। सुबह चार बजे नहीं कि लेफ्ट-राइट शुरू। वह अपनी चाय बनाकर पी चुके हैं। खिड़की पर बूंदों की दस्तक ने सन्नाटा तोड़ा। निगाहें उस पार देखने ...
कॉलेजों में दाखिले की दौड़ 8 जून से
मिशन एडमिशन: 30 जून तक कर सकते हैं आॅनलाइन आवेदन
प्रदेश सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
फीस अदायगी डिजीटल एवं नकद दोनों माध्यमों से
चण्डीगढ़(सच कहूँ ब्यूरो)। प्रदेश के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और प्राइवेट डिग्री कॉलेजों में शैक्षणिक सत...
कैंसर और मधुमेह की रोकथाम में कारगर है लीची का फल
नई दिल्ली। देश में इस बार एन्टीआक्सीडेंट और रोग प्रतिरोधक क्षमता से भरपूर लीची की फसल न केवल अच्छी हुयी है बल्कि बेहतर गुणवत्ता और मिठास से भरपूर है । पेड़ से तोड़ने के बाद जल्दी खराब होने वाली लीची इस बार अधिक तापमान के कारण रोगमुक्त और मिठास से भरपूर...
Happy Father’s Day : एक ऐसा ‘शब्द’ जिसके बिना किसी के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती!
Happy Father's Day : किसी के भी जीवन में पिता की क्या भूमिका होती है, इसे शब्दों में बयां करने की भी जरूरत नहीं है। पिता हर संतान के लिए एक प्रेरणा हैं, एक प्रकाश हैं और संवेदनाओं के पुंज हैं। इसके महत्व को दर्शाने और पिता व पिता तुल्य व्यक्तियों के ...
जानें, क्यों मनाया जाता है दशहरा का पर्व? | Dussehra
विजय दशमी दशहरा (Dussehra) का पर्व बुराइयों से संघर्ष का प्रतीक पर्व है, यह पर्व देश की सांस्कृतिक चेतना एवं राष्ट्रीयता को नवऊर्जा देने का भी पर्व है। आज भी अंधेरों से संघर्ष करने के लिये इस प्रेरक एवं प्रेरणादायी पर्व की संस्कृति को जीवंत बनाने की ...
क्या पुलवामा अटैक भूल गए तुम…
पुलवामा अटैक के दर्द को बयां करती कविता -
"पुलवामा अटैक"
क्या पुलवामा अटैक भूल गए तुम, ये वैलेंटाइन डे चिल्ला रहे हो!
वो 14 फरवरी का दिन ही तो था, जिसे रोमांस का दिन बतला रहे हो!!
सपने कितने मन मे संजोए हुए वो, वीर देश के लिए दे गए कुर्बानी..!
अ...