ग़जल : तीरो-तलवार से नहीं होता
तीरो-तलवार से नहीं होता
काम हथियार से नहीं होता
घाव भरता है धीरे-धीरे ही
कुछ भी रफ्तार से नहीं होता
खेल में भावना है ज़िंदा तो
फ़र्क कुछ हार से नहीं होता
सिर्फ़ नुक्सान होता है यारो
लाभ तकरार से नहीं होता
उसपे कल रोटियां लपेटे सब
कुछ भी...
Durga: दुर्गा
शहर में कहीं भी जाना हो, ठाकुर पारा के लोगों को ताजिया पारा से होकर गुजरना मजबूरी थी। चाहे फिर वह स्कूल-कालेज हो, कोर्ट-कचहरी, अस्पताल- बाजार हो, वाया ताजिया पारा के बिना उनका निस्तार ही संभव नहीं था। पूरा शहर मेनरोड के दोनों ओर बेतरतीब बसा हुआ था। छ...
Children Story: मैं किसी से नहीं डरता
Children Story: राम और अमर बचपन के बहुत अच्छे मित्र हैं। दोनों इस वक्त दसवीं कक्षा के विद्यार्थी है। एक दूसरे से हर बात शेयर करते हैं। कोरोनावायरस संकट के समय जहां हर आदमी अपने-अपने घरों में रुका हुआ है और सिर्फ जरूरत के कामों से ही घर से बाहर जा रहा...
महाराजा सूरजमल
सच कहूँ डेस्क। राजस्थान की रेतीली जमीन में चाहे अनाज की पैदावार भले ही कम होती रही हो, पर इस भूमि ने कई वीरों को जन्म दिया है। अपने पराक्रम और शौर्य के बल पर इन वीर योद्धाओं ने राजस्थान के साथ-साथ पूरे भारतवर्ष का नाम समय-समय पर रोशन किया है।
कर्न...
भरया रहवै भंडार
मरयादा कुल की रखै, जाण नहीं दे आण।
तीन रूप नारी धरै, माँ, बेट्टी अर भाण।।
बिजली पाणी मेह की, हर देखै बाट।
अनदात्ता भूक्खा मरै, दुनिया करती ठाट।।
जाड्डो-पालो-घाम-लू, बल्हद-खेत अर क्यार।
बीज-दराती-हल-कस्सी, सब किसान का यार।।
ज्यूं जवान सै स...
कहानी: होमवर्क
डब्बू कभी भी अपना होमवर्क पूरा करके स्कूल नहीं जाता था। होमवर्क पूरा न करने के कारण स्कूल में उसे रोज डांट सुननी पड़ती थी और मार भी खानी पड़ती थी लेकिन वह अपनी आदत नहीं सुधारता था। मां जब उसे समझाती तो वह कहता, 'दूसरे बच्चे भी तो होमवर्क पूरा करके नहीं...
कहानी : वीरता पुरस्कार
फौजी संतराम के घर से पत्र आया था। एक पत्र ही तो है जो दूर देश की सीमा पर डटे प्रहरियों को उनके घर वालों से जोड़े रखता है। ये पत्र जब खुलते हैं तब कभी फौजियों के चेहरे खुशी से चमक उठते हैं, कभी दुख में डूब जाते हैं।
फौजी संतराम को अक्सर उसकी पत्नी और ...
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे वीर कुंवर सिंह
एक नजर
नाम वीर कुंवर सिंह
अन्य नाम बाबू कुंवर सिंह
जन्म तारीख नवम्बर 1777
जन्म स्थान शाहाबाद (वर्तमान भोजपुर)
पिता का नाम राजा शाहबजादा सिंह
मृत्यु 26 अप्रैल 1858
वीर कुंवर सिंह मालवा के सुप्रसिद्ध शासक महाराजा भोज के वंशज थे। कुँवर सिंह के पा...
Nazran da Noor: नजरां दा नूर
अंधेरे को चीरती गोल रोशनी अपने गंतव्य की ओर भागी जा रही थी। रिटायर्ड मेजर सरदार गुलबाग सिंह। नियम और उसूलों के पक्के। सुबह चार बजे नहीं कि लेफ्ट-राइट शुरू। वह अपनी चाय बनाकर पी चुके हैं। खिड़की पर बूंदों की दस्तक ने सन्नाटा तोड़ा। निगाहें उस पार देखने ...
‘मैसूर का शेर’ टीपू सुल्तान
टीपू सुल्तान का जन्म 20 नवम्बर 1750 को दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक के मैसूर देवनाहल्ली में हुआ था। इनका पूरा नाम सुल्तान फतेह अली खान शाहाब था। योग्य शासक के अलावा टीपू एक विद्यवान और एक कुशल सेनापति थे। इनके पिता का नाम हैदर अली और मां का नाम फकरुन...