माँ ही है इस संसार में साक्षात परमात्मा
लड़का एक जूते की दुकान पर आता है, गांव का रहने वाला लग रहा था बोलने के लेहजे से लेकिन बोली में ठहराव था उसके। दुकानदार की पहली नजर उसके पैर पर जाती है। उसके पैरों में लेदर के शूज थे, सही से पॉलिश किए हुए।दुकानदार —क्या सेवा करूं? लड़का — मेरी मां के लि...
चालाक लोमड़ी की चालाक हरकतें
किसी जंगल में एक शेर तथा एक रीछ रहते थे। उन दोनों में गहरी मित्रता थी। वह साथ उठते साथ बैठते, हंसते, साथ सोते, यहां तक कि वह दोनों एक ही गुफा में एक साथ रहते थे। दोनों में बहुत प्रेम था जंगल के सारे जानवर उनकी मित्रता को देख कर जलते थे।
जब कभी शेर ब...
लघु कंथा : पिता का प्रेम
रमा जी के घर निर्माण कार्य चल रहा था। भोजन करने के वक्त श्यामू सबसे अलग-थलग बैठा था। क्या बात है श्यामू, आज तूं खाना लेकर नहीं आया? रमा जी ने पूछा। नहीं मालकिन, मेरी घरवाली बीमार चल रही है, इसीलिए मेरी बेटी ही कुछ दिनों से घर का काम देख रही है। रात म...
सोने का खेत : अकबर और बीरबल की कहानी
अकबर के महल में कई कीमती सजावट की वस्तुएं थीं, लेकिन एक गुलदस्ते से अकबर को खास लगाव था। इस गुलदस्ते को अकबर हमेशा अपनी पलंग के पास रखवाते थे। एक दिन अचानक महाराज अकबर का कमरा साफ करते हुए उनके सेवक से वह गुलदस्ता टूट गया। सेवक ने घबराकर उस गुलदस्ते ...
कविता : राष्ट्र जीवंत
राष्ट्र जीवंत रहे दिल में अरमान है
सब सुरक्षित रहें दिल में अरमान है
देश ही के लिए हों सब अच्छे कर्म
यह हर एक देशवासी की पहचान है।
तुम ग़रीबी मिटाओगे यह वादा करो
मुफ़लिसी को हराओगे वादा करो
एकता तुम दिखाओगे यह वादा करो
हर बुराई तुम मिटाओगे यह ...
कविता : किसान का बेटा हूँ…
किसान का बेटा हूँ ,
खेतों में किस्मत बोता हूँ।
खून पसीने से सींचता हूँ,
कुदरत की मार भी सहता हूँ ।
किसान का बेटा हूँ...
खेतों में अपनी किस्मत खोते देखा हूँ।
कभी सुखाड़ में तो कभी बाढ़ में,
पिता के आँखों मे आँसू देखा हूँ।
किसान का बेटा हूँ...
अ...
तारों की छांव में
एक गांव में डोरा नामक लड़की और ब्रूटस नामक बंदर में गहरी दोस्ती थी। दोनों एक होटल में काम करते थे। दोनों दुनिया में अकेले थे। डोरा होटल में वेटर का काम करती और ब्रूटस ग्राहकों को हंसाने का काम करता था। एक रात वे होटल में देर रात तक काम कर रहे थे कि डो...
वो जलाकर बस्ती…
वो जलाकर बस्ती आशियानें की बात करते हैं,
मिटाकर हाथों की लकीरें मुक्कदर की बात करते हैं।
नादान थे हम चालाकियाँ समझ ही ना पाए,
अपना बनाकर हमें वो गैरों की बात करते हैं।
छुपाते रहें उम्र भर जिनकी गलतियों को हम,
वो महफ़िल में मेरी कमियों की बात...
काम की कीमत
यह कहानी एक राजा की है, जिनका नाम था राणा उदय सिंह। राजा अपनी प्रजा से बहुत प्यार करते थे और वह उनका ख्याल भी रखते थे। वह अपने गांव के लोगों के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे। एक दिन राजा अपने कुछ दरबारियों को बुलाकर उनसे कहते हैं ‘जाओ और...
9 महीने के बच्चों के लिए बेहतरीन खिलौने
लेख के इस भाग में हमने कुछ बेहतरीन खिलौनों के बारे में बताया है। अगर आपको इनमें से कोई भी खिलौना पसंद आता है, तो आप नीचे दिए गए बाय नाउ बटन पर क्लिक करके उसे खरीद सकते हैं। आइए जानते हैं 9 महीने के बच्चों के लिए भारत में उपलब्ध सबसे अच्छे खिलौने कौन ...