मैं भी सिपाही
दादा जी इस कोरोना काल में तो हमने कोई भी देश के सिपाही की तरह काम नहीं किया और दूसरी तरफ हमारी सेना बॉर्डर पर दिन रात हमारे लिए काम करती है।14 साल के राहुल ने बड़ी मासूमियत से यह सवाल अपने दादा जी से पूछा। राहुल के दादा जी ने बड़ी ही समझदारी से राहुल क...
कहानी: पेरेंटस बनें टीनएजर्स बच्चों के मददगार
जहां गलती करें, प्यार से उन्हें समझाएं ताकि उन्हें अहसास हो कि माता पिता ठीक कह रहे हैं अपनी मर्जी थोपे नहीं बल्कि उसकी भलाई बुराई से वाकिफ कराएं।
व्यापारी का पतन और उदय-पंचतंत्र
वर्धमान नामक शहर में एक बहुत ही कुशल व्यापारी दंतिल रहता था। राजा को उसकी क्षमताओं के बारे में पता था जिसके चलते राजा ने उसे राज्य का प्रशासक बना दिया। अपने कुशल तरीकों से व्यापारी दंतिल ने राजा और आम आदमी को बहुत खुश रखा। कुछ समय के बाद व्यापारी दंत...
रो रहे सतगुर तेरे विरह में नयन
रो रहे सतगुर तेरे विरह में नयन
लगता नहीं तुझ बिन अब मन
टकटकी लगाए नयन यही निहारें
कब आकर दोगे सतगुर दर्शन
अश्क भी बह बह, बस यही पुकारें
आ जाओ परमानेंट मेरे सोहणे सजन
सतगुरु दातार, सुन लो पुकार
जल्दी आकर खिला दो ये सूना चमन
इधर भी था तू ...
स्वांती बूंद दर्श की देकर खत्म करी प्रतीक्षा…
इच्छा प्रति आपके, प्रतीक्षा में आहें!
पल प्रतिपल हरपल तुम्हें, अपलक निहारें राहें!
अपलक निहारें राहें, चाहें नयन चकोरे!
अपने रंग रंगरेज रंगो, हम रह जाएं न कोरे!
जो चाहो करवाते रहना, देना ऐसी शिक्षा!
स्वांती बूंद दर्श की देकर खत्म करी प्रतीक्...
हे आगन्तुक
हे आगन्तुक
हम नहीं बिछा सकते
पलक-पांवडे
तुम्हारे स्वागत के लिए
इस वक्त मंदी के दौर से गुजर
रहा है मेरा परिवार।
हे आगन्तुक
हम स्वागत कर सकते थे
अगर न होता पुलवामा अटैक
क्योंकि उसमें मरने वाले वीर
मेरे अपने ही थे
ये सच है कि वे अमर हैं,
प...
नाना जी का उपहार
बह की गाड़ी से जौनी के नानाजी आने वाले थे। जौनी अपने पापा के साथ नानाजी को लेने स्टेशन गया। गाड़ी ठीक समय पर आ पहुंची। जौनी और उस के पापा, नानाजी को ढूंढने लगे। तभी जौनी को दूर फर्स्ट क्लास के डब्बे के दरवाजे पर नानाजी खड़े दिखाई दिए। नानाजी, नानाजी, चि...
गुरु वचन सतगुरु दोऊ का, है सर्वोच्च स्थान
खान-पान कथनी-करनी का, देते हमें तरीका।
प्रेमी प्रेम-अदब से रहते, सीखें सही सलीका।
सीखें सही सलीका, रहे तन-मन स्वच्छ-स्वस्था।
सुख में खुश न दु:खी न दु:ख में, रहती एक अवस्था।
गुरु वचन सतगुरु दोऊ का, है सर्वोच्च स्थान।
जीवन-यापन दशा-दिशा, रहन-स...
खुशियाँ सालों-साल, साल का हर माह बेमिसाल
खुशियाँ सालों-साल
साल का हर माह बेमिसाल।
जनवरी से होता जिसका आगाज
वाली दो जहान के जन्म माह पे सबको नाज।
फरवरी में किया महारहमोकर्म
तोड़े काल के सारे भ्रम।
रूहानियत का सिलसिला यूँ चल पड़ा,
मार्च में काल औंधे मुंह गिर पड़ा।
जब मीत ने लगाई नाम की...
परेशानियां और उसका हल
Story: राजस्थान के एक गाँव में रहने वाला एक व्यक्ति हमेशा किसी ना किसी समस्या से परेशान रहता था और इस कारण अपने जीवन से बहुत दु:खी था।
एक दिन उसे कहीं से जानकारी प्राप्त हुई कि एक साधू अपने काफिले के साथ उसके गाँव में पधारे हैं। उसने तय किया कि वह स...