Away From the Root : कहानी: जड़ से दूर
एक गहरी आत्मीयता के साथ वे सबको अपने हाथ से चने के पौधे उखाड़-उखाड़कर देते रहे थे, लेकिन आज यह अचानक कैसा परिवर्तन आ गया।
दिल की बेपरवाही, बन ना जाए लापरवाही, करें दिल की देखभाल, रखें ऐसे अपने दिल का ख्याल
हैल्थ विशेषज्ञ की मानें तो गर्मी के सीजन हमें ज्यादातर शीतल रहने की जरूरत ज्यादा होती है। (Heart Care) यह हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक है। स्पेशली तब, जब बात दिल की सेहत की हो। दरअसल, गर्मी बढ़ने के साथ हीट स्ट्रोक से लेकर हाइपरटेंशन तक की समस्या बढ़न...
विश्व में कोरोना संक्रमितों की संख्या पांच करोड़ के पार
वॉशिंगटन l वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच विश्व में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब पांच करोड़ के पार पहुंच गई है और इस महामारी से साढ़े बारह लाख से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी हैं। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के व...
कोरोना का कहर
कुछ दिन की बात है प्यारो, रह लो एक दूसरे से दूर , आओ मिलकर पूरे विश्व को ऐसा कुछ कर दिखलाये।
टैलेंट नहीं, फिर भी राजा करते थे कप्तानी
25 जून 1932 को हुआ था भारतीय क्रिकेट का ‘जन्मदिन’
भारत क्रिकेट की महाशक्ति है और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड दुनिया के पूरे क्रिकेट तंत्र को अपने इशारों पर नचाने की हैसियत रखता है। एक नहीं, दो-दो विश्वकप भारत के हक में हैं, जबकि आईसीसी चैम्पियन्स ...
काम की कीमत
यह कहानी एक राजा की है, जिनका नाम था राणा उदय सिंह। राजा अपनी प्रजा से बहुत प्यार करते थे और वह उनका ख्याल भी रखते थे। वह अपने गांव के लोगों के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे। एक दिन राजा अपने कुछ दरबारियों को बुलाकर उनसे कहते हैं ‘जाओ और...
अरे वह है ना… बाबा राम रहीम जी करते हैं इसकी अगुवाई
जब भी मैं कर लेता था नशा,
एक अजीब सा अहसास और आता था मजा,
पहले -2 तो था यह एक बेसुध सा मजा,
लेकिन फिर बदल कर, गमगीन मुझे करके दी सजा,
शुरू हुआ था सब कुछ एक धुए के गुब्बार से,
धुआ, वही बीड़ी का जो आया था ओर के धूम्रपान से,
जब पहली बार सुंघा तो ह...
नाना जी का उपहार
Children Story: सुबह की गाड़ी से जौनी के नानाजी आने वाले थे। जौनी अपने पापा के साथ नानाजी को लेने स्टेशन गया। गाड़ी ठीक समय पर आ पहुंची। जौनी और उस के पापा, नानाजी को ढूंढने लगे। तभी जौनी को दूर फर्स्ट क्लास के डब्बे के दरवाजे पर नानाजी खड़े दिखाई दिए। ...
वैराग्य से जल्दी मिलता है परमात्मा
सरसा। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि प्रभु कण-कण में मौजूद है। जहां तक निगाह जाती है, वो मालिक है और जहां निगाह नहीं जाती वहां भी मालिक है। लेकिन जो उसको पाने की कोशिश करते हैं, उन्हें ही वो नजर आता है। जो इन्सान सच्च...
Children Story: रघु और मैं, दीवाली की रात…रंग-बिरंगी बत्तियां झिलमिल-झिलमिल…
Children Story: दीवाली की रात थी। सारे मुहल्ले में रंग-बिरंगी बत्तियां झिलमिल-झिलमिल कर रही थीं। मैं अपनी छत पर खड़ा देख रहा था। वह दृश्य मेरे मन को मुग्ध कर रहा था। सामने वाला घर तेल के दीयों और मोमबत्तियों के प्रकाश से जगमगा रहा था। उसके छज्जे पर खड़...