तुझे बाहों में भरने की हट लिए, बैठे हैं करोड़ों जिद्दी दिल | Saint dr Msg
दो जहां में तुझसा हुश्न नहीं है।
तेरी महफिल जैसा, जश्न नहीं है।
तू ही तो मेरी मंजिले, मकसूद है।
तुझसे अलग हमारा कोई मिशन नहीं है।
ये बहारें खिलती हैं तुम्हारी मुस्कुराहटों से।
करोड़ों हार्टबीट बढ़ जाती है कदमों की आहटों से।
तुझे बाहों में भ...
व्यापारी का पतन और उदय-पंचतंत्र
वर्धमान नामक शहर में एक बहुत ही कुशल व्यापारी दंतिल रहता था। राजा को उसकी क्षमताओं के बारे में पता था जिसके चलते राजा ने उसे राज्य का प्रशासक बना दिया। अपने कुशल तरीकों से व्यापारी दंतिल ने राजा और आम आदमी को बहुत खुश रखा। कुछ समय के बाद व्यापारी दंत...
तुम कब आओगे तुम कब आओगे ….. Saint Dr Gurmeet Ram Rahim ji
- कविता -
तुम कब आओगे
तुम कब आओगे ,
तुम्हारी राह में ,
पलके बिछाए बैठे हैं ।
दिल की हर बात ,
दिल में छुपाए बैठे हैं ।
अपनी मीठी - मीठी बातों से ,
तुम कब हंस आओगे ।
बताओ ना जरा ,
तुम कब आओगे ।।
तुम्हारे पास होने से ,
हर दर्द की ...
लघु कंथा : पिता का प्रेम
रमा जी के घर निर्माण कार्य चल रहा था। भोजन करने के वक्त श्यामू सबसे अलग-थलग बैठा था। क्या बात है श्यामू, आज तूं खाना लेकर नहीं आया? रमा जी ने पूछा। नहीं मालकिन, मेरी घरवाली बीमार चल रही है, इसीलिए मेरी बेटी ही कुछ दिनों से घर का काम देख रही है। रात म...
OMG News: धरती की वो पहली खास जगह, जो समुंदर से बाहर निकली, क्या आप जानते हैं भारत के किस राज्य में स्थित है वो जगह?
OMG News: (सच कहूं/अनु सैनी)। एक दौर था जब पूरी पृथ्वी केवल समुंदर के ही अंदर थी, यानी सतह पर केवल पानी ही पानी था, उसके बाद धरती के कुछ हिस्से सबसे पहले समुंद्र से बाहर निकले,लेकिन सवाल ये है कि वो कौन सा इलाका था जो सबसे पहले समुंद्र से बाहर निकला ...
कहानी : सलाह यह या वह
एक धनी व्यक्ति का बटुआ बाजार में गिर गया। उसे घर पहुंच कर इस बात का पता चला। बटुए में जरूरी कागजों के अलावा कई हजार रुपये भी थे। फौरन ही वो मंदिर गया और प्रार्थना करने लगा कि बटुआ मिलने पर प्रसाद चढ़ाऊंगा, गरीबों को भोजन कराउंगा आदि। संयोग से वो बटुआ ...
Unique Relation: अनोखा एवं पवित्र रिश्ता
Unique Relation: यह बात कुछ पुरानी भी नहीं है और न ही नई। पांच-सात साल पहले की बात है। समय कब बदल जाता है कुछ पता नहीं चलता, लेकिन पता तब चलता है जब हमें उस रिश्ते का एहसास होता है। यह अनुभव बहुत ही अनोखा है और उतना ही सुंदर तथा पवित्र भी, जितना हम क...
Life Success: कविता : जीवन की सफलता…
है जिन्दगी रेगिस्तान की माफिक,
मृगतृष्णा-सी सारे वादें हैं।
सच्चे रिश्ते हैं क्षण-भंगुर,
सबकुछ यहां छलावा है।।...
मुखौटे के पीछे आदम,
सच तो जैसे इक सपना है।
अजनबी-से चेहरे सारे,
कौन यहां पर अपना है?...
कठपुतली के मानिंद हैं सब,
किसकी चलती मर...
हुआ उजाला
अंधकार की काली चादर,
धरती पर से सरकी।
हुआ उजाला जग में कोई,
बात नहीं है डर की।
चींची चींचीं चिड़िया बोली,
डाली पर कीकर की।
कामकाज बस शुरू हो गया,
सबने खटर-पटर की।
लाया है अख़बार ख़बर सब,
बाहर की, भीतर की।
घंटी बजी, दूध मिलने में,
दे...
साध-संगत की अरदास: पापा जी आप हमेशा के लिए हमारे बीच आ जाइये
कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) की साध-संगत ने जीता सबका दिल
पूज्य गुरु जी ने दिया आशीर्वाद
भारी तादाद में पहुंची साध-संगत
पूज्य गुरु जी ने आज लाखों लोगों का नशा छुड़वाया
कुशीनगर यूपी (सच कहूँ न्यूज)। मंगलवार को पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम...