कहानी: आत्म-मंथन
Story: सुनो सखी रेवा, कैसा जमाना आ गया है? कैसी विक्षिप्त मानसिकता में जी रहे हैं लोग? कैसी विक्षिप्त चाहत है लोगों की? औरत ही जन्म का आधार होती है लेकिन जन्म का आधार ही आधार को जन्म नहीं देना चाहता।
मीनू मेरे पड़ोस में रहती है। तीन बहनों में सबसे बड़...
मेरे मौला.. मेरी ईद तो.. | Saint Ram Rahim
न मंदिर न मस्जिद ना ही चर्च में जाने से होगी।
मेरे मौला.. मेरी ईद तो.. बस तेरे आने से होगी।
अजब सी मस्ती अजब सा खुमार हो जाएगा।
ये पतझड़ का जो मौसम है बहार हो जाएगा।
महक उठेगा रोम रोम शाही खुशबू से,
तेरे दर्शन से दिल गुलो गुलजार हो जाएगा।
बस .....
Tension: तनाव
उसकी पत्नी पलंग पर लेटी हुई कोई मैगजीन पढ़ रही थी।
वह बाथरूम में फ्रेश होने चला गया।
वहां से आया तो तौलिये से हाथ मुँह पोंछते हुए पत्नी से बोला, ‘खाना लगा दो... बहुत भूख लगी है।’
खुद की पहचान करो
एक बार की बात है, किसी गाँव के पास बहती नदी के किनारे बुद्ध बैठे थे। किनारे पर पत्थरों की भरमार थी, पर छोटी सी वह नदी अपनी तरल धारा के कारण आगे बढ़ती ही जा रही थी। बुद्ध ने विचार किया कि यह छोटी-सी नदी अपनी तरलता के कारण कितनों की प्यास बुझाती है, लेक...
रो रहे सतगुर तेरे विरह में नयन
रो रहे सतगुर तेरे विरह में नयन
लगता नहीं तुझ बिन अब मन
टकटकी लगाए नयन यही निहारें
कब आकर दोगे सतगुर दर्शन
अश्क भी बह बह, बस यही पुकारें
आ जाओ परमानेंट मेरे सोहणे सजन
सतगुरु दातार, सुन लो पुकार
जल्दी आकर खिला दो ये सूना चमन
इधर भी था तू ...
Global warming: वैज्ञानिकों का दावा-भारत में इस वजह से बढ़ रही घरेलू हिंसा
नई दिल्ली। Global warming: हमारे देश में यानी भारत में तापमान बढ़ने (heat protection) से घरेलू हिंसा (Domestic violence) में बढ़ोत्तरी हुई है। एक इंटरनेशनल अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि भारत ही नहीं बल्कि उसके पड़ोसी देश नेपाल, पाकिस्तान में भी यही हाल...
India VS Bharat Row: कैसे हुआ भारत से ‘इंडिया’ ? आज यह कहानी जानेंगे हम
डॉ संदीप सिंहमार, वरिष्ठ लेखक एवं स्वतंत्र टिप्पणीकार । Bharat VS India Renaming Row: भारत संघ के नाम इंडिया पर वर्तमान में जो बहस चल रही है,इसकी कहानी सदियों पुरानी है। वैसे तो हमारे देश का नाम भारत, हिंदुस्तान से लेकर भारतखंड, भारतवर्ष, आर्यावर्त,ह...
कह रही है ये हवा, आ रहे शाहों के शाह
धरा पर आकाश नन्हीं बूंद क्यों बरसा रहा?
शीतल मंद समीर भी सुन!
सन-सन-सन कुछ गा रहा
धरा ने भी हरित परिधान क्यों धारण किया?
बन गई दुल्हन संवर के किससे ये घूंघट किया?
हरित हार श्रृंगार करके किसका इंतजार करती?
अलंकृत हो करके क्यों है खुशी का इजहार...
धर्म का कांटा : Scale of Religion
धर्म का कांटा: सुबह का उजाला सुरभि के मन में बहुत सा स्नेह, सम्मान, अपनापन ले कर आया। वह फ्रैश होकर बैठी ही थी कि आलोक भी उठ गया। आलोक उस के कंधे का सहारा लेकर बाथरूम तक गया।
सुमिरन से कटते हैं जन्मों-जन्मों के कर्म
सरसा। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि अगर इन्सान सेवा के साथ-साथ मालिक के नाम का सुमिरन करता है तो उसके जन्मों-जन्मों के पाप-कर्म कट जाया करते हंै। लेकिन वे जीव बहुत भाग्यशाली होते हैं जो तन-मन-धन से मालिक की बताई राह ...