एक दाना और
गल्ले के व्यापारी ने पहली बार छोटे से बेटे को थड़े पर चढ़ाया। बोला-‘‘देख ले, यह है तेरा ठीहा। उठाले तराजू औरये बाट। जाँच-परख ले डंडी... कान-खोट तो नहीं है? अब एक पल्ले में रख सौ ग्राम का बाट और दूसरे में गेहूँ का एक-एक दाना डालना शुरू कर दे। ध्यान रखना...
सच्चे दिल से याद करो तो मौला जरूर देगा दर्श-दीदार
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि सतगुरु, अल्लाह, वाहेगुरु, गॉड, खुदा, राम जिसके करोड़ों नाम हैं। जो भी कोई उसे सच्चे दिल से याद करता है, चाहे वो कहीं भी हो वो सतगुरु मौला दर्श-दीदार जरुर देते हैं। इन्सान की भा...
लघुकथा : कैदी
नन्हा बिट्टू दादा जी के साथ बाजार गया हुआ था। बाजार से आते-आते दादा जी ने सोचा-चलो मदिंर में भगवान के दर्शन कर आएं। वे मंदिर पहुंचे। मंदिर में ताले लगे हुए थे। दादा जी ने घड़ी की ओर देखा। दोपहर के 12 बज रहे थे। वे निराश भाव से बढ़ चले।
बिट्टू ने पूछा,...
लघु कथा : कर्ज
सुनो मास्टर रामदीन! अब आपणा इस्तीफा दे दयो। आपकी उमर कोनी काम करण की। के बात मास्टर साहब मैं तो बालकां नै जी-जान तै पढ़ाऊं सू। अर मेरे बढ़िया नतीजे आवैं सैं। रामदीन रटैर होंया पाछै एक प्राइवेट स्कूल मैं लाग्या था।
उसकी आँख्यां आगै अंधेरा होग्या-घर आ...
गोल चक्कर
शहर से लौटते समय देखा कि दरवाजे पर दो सिपाही बैठे आराम से बैठे थे। घर पर पुलिस का छापा पड़ा देखकर हृदय जोर-जोर से धड़कने लगा- ‘ईश्वर भला करें।’ पुलिस की कहीं भी उपस्थिति किसी दुर्घटना, खतरे या बुरी खबर होने का अपशकुन है। घर में प्रवेश करते ही भैया बतात...
हीरों का सच
एक बार राजा कृष्णदेवराय दरबार में बैठे मंत्रियों के साथ विचार विमर्श कर रहे थे कि तभी एक व्यक्ति उनके सामने आकर कहने लगा, ‘महाराज मेरे साथ न्याय करें। मेरे मालिक ने मुझे धोखा दिया है। इतना सुनते ही महाराज ने उससे पूछा, तुम कौन हो? और तुम्हारे साथ क्य...
मौन का महत्त्व
एक व्यक्ति, कोई जिज्ञासु, एक दिन आया। उसका नाम मौलुंकपुत्र था, एक बड़ा ब्राह्मण विद्वान पाँच सौ शिष्यों के साथ बुद्ध के पास आया था। निश्चित ही उसके पास बहुत सारे प्रश्न थे। एक बड़े विद्वान के पास ढेर सारे प्रश्न होते ही हैं, समस्याएँ ही समस्याएँ। बुद्ध...
धर्म का कांटा : Scale of Religion
धर्म का कांटा: सुबह का उजाला सुरभि के मन में बहुत सा स्नेह, सम्मान, अपनापन ले कर आया। वह फ्रैश होकर बैठी ही थी कि आलोक भी उठ गया। आलोक उस के कंधे का सहारा लेकर बाथरूम तक गया।
कोरोना का कहर
कुछ दिन की बात है प्यारो, रह लो एक दूसरे से दूर , आओ मिलकर पूरे विश्व को ऐसा कुछ कर दिखलाये।