लगता है फिर वो आने वाले हैं…
मिल गई उसके कदमो की आहट
लगतों है वो आने वाले हैं
फिर से खुशियों के समुन्द्र
लुटाने वाले हैं।
पशु परिंदे भी झूमे ,
उनमे भी जान आई है ,
फूलों की खुशबु से हुआ समा मोहक
उन्होंने आज बात ये बतलाई है
दर्श की लगी थी कब से प्यास
फिर वो बुझाने वाले ...
तेरे दीवाने, तेरी राहों में फूल बिछाए बैठे हैं…
प्यासी रूहें.. पुकार रही हैं, पिया मेरे कब आओगे|
दर्शन की ये प्यास ओ रब्बा, आकर तुम्हीं बुझाओगे|
तेरे दीवाने, तेरी राहों में फूल बिछाए बैठे हैं|
ईद दिवाली साथ मनेगी, आस लगाए बैठे हैं|
पतझड़ के इस मौसम में कब बहारें लाओगे??
प्यासी रूहें.. पुकार...
मेरे मौला.. मेरी ईद तो.. | Saint Ram Rahim
न मंदिर न मस्जिद ना ही चर्च में जाने से होगी।
मेरे मौला.. मेरी ईद तो.. बस तेरे आने से होगी।
अजब सी मस्ती अजब सा खुमार हो जाएगा।
ये पतझड़ का जो मौसम है बहार हो जाएगा।
महक उठेगा रोम रोम शाही खुशबू से,
तेरे दर्शन से दिल गुलो गुलजार हो जाएगा।
बस .....
आ जा ईब परमानेंट ओ बाबू…
ईसी मस्त-मस्त मुस्कान
के मायूस दिलां मै फूक दे जान
चेहरा नूरो-नूर नूरानी
अंदर दिखै हामनै भगवान
म्हारे खुशियां के संसार की
तेरे तै ही विशेष पहचान
आ जा ईब परमानेंट ओ बाबू
करा दे सब नै भले-बुरे का ज्ञान
156 मानवता के कार्य
म्हारी खातिर सै वरद...
कैसे ना देखे बार-बार नुरानी मुखड़े को…
तूने अपने हुश्न पर पहरा लगा रखा है।
रूहों को ब्याहने आया है सेहरा लगा रखा है।
कैसे ना देखे बार-बार शक्ल तुम्हारी को...
इलाही सूरत पर इन्सानी चेहरा लगा रखा है।
दर्द-ए-दिल की दवा भी पास तुम्हारे है।
और तुमने ही ये घाव गहरा लगा रखा है।
मेरे ...
दुनिया की सबसे अनोखी शादी | मर्दानी भक्त वीरांगना
भक्त वीरांगना एक ऐसी मदार्नी,
अद्भुत-अनोखी जिसकी कहानी
MSG गुरू की है वो दीवानी
खुशियाँ भी भरतीं जिसका पानी
भक्त वीरांगना एक ऐसी मदार्नी
अद्भुत-अनोखी जिसकी कहानी
गुरू वचनों पर अमल की ठानी
अपने सपनों की पल में दे कुबार्नी
किसी दिव्यांग से शा...
अब तो परमानेंट आ जाओ सरसा दरबार…
हे मेरे सतगुर दातार
ये दुनिया हो रही है नशों-बुराइयों से खज्जल-ख्वार,
इस दुनिया पर करने रहमत अपार
अब तो परमानेंट आ जाओ सरसा दरबार
मेरे सच्चे सतगुरु दातार
बहुत हो गया इंतजार
कितने ही मुरीद हैं तुझसे मिलने को बेकरार
सुन लो तड़पते दिलों की पुकार...
हमारी आत्मा को शुद्ध करने का रमजान त्योहार | Ramzan
रमजान इस्लामी चंद्र कैलेंडर का नौवां महीना है, जिसे मुसलमानों द्वारा उपवास, प्रतिबिंब और प्रार्थना के महीने के रूप में मनाया जाता है। (Ramzan) यह मुहम्मद के पहले रहस्योद्घाटन की याद रमजान का महीना एक विशेष समय होता है जब मुसलमान इबादत और उपवास करते ह...
तुम कब आओगे तुम कब आओगे ….. Saint Dr Gurmeet Ram Rahim ji
- कविता -
तुम कब आओगे
तुम कब आओगे ,
तुम्हारी राह में ,
पलके बिछाए बैठे हैं ।
दिल की हर बात ,
दिल में छुपाए बैठे हैं ।
अपनी मीठी - मीठी बातों से ,
तुम कब हंस आओगे ।
बताओ ना जरा ,
तुम कब आओगे ।।
तुम्हारे पास होने से ,
हर दर्द की ...
एमएसजी को करा उजागर, MSG सरकार
एमएसजी को करा उजागर, एमएसजी सरकार।
शाह सतनाम जी नाम की दीक्षा बख्श रहे दातार।
बख्श रहे दातार, स्वयं ही यंग हो रहे।
खुद ही करेंगे ‘वचन’, देख सब दंग हो रहे।
एमएसजी का नमन, स्वयं ही एमएसजी को
खिला चतुर्दिक चमन, श्रेय है एमएसजी को।
बघियाड़
अन्य...