हे आगन्तुक
हे आगन्तुक
हम नहीं बिछा सकते
पलक-पांवडे
तुम्हारे स्वागत के लिए
इस वक्त मंदी के दौर से गुजर
रहा है मेरा परिवार।
हे आगन्तुक
हम स्वागत कर सकते थे
अगर न होता पुलवामा अटैक
क्योंकि उसमें मरने वाले वीर
मेरे अपने ही थे
ये सच है कि वे अमर हैं,
प...
एहसान
एक बहेलिया था। एक बार जंगल में उसने चिड़िया फंसाने के लिए अपना जाल फैलाया। थोड़ी देर बाद ही एक उकाब उसके जाल में फंस गया। वह उसे घर लाया और उसके पंख काट दिए। अब उकाब उड़ नहीं सकता था, बस उछल उछलकर घर के आस-पास ही घूमता रहता। उस बहेलिए के घर के पास ही एक...
ये झोंपड़ियों के बच्चे
Poor Children
मैली झोंपड़ियों के हैं ये
मैले-मैले बच्चे,
उछल-कूदते, खिल-खिल हँसते
हैं ये कितने अच्छे।
मुझ जैसी इनकी दो आँखें
मुझ जैसे दो हाथ,
नहीं पढ़ा करते पर क्यों ये
कभी हमारे साथ?
नहीं हमारे साथ कभी ये
जाते हैं स्कूल,
क्यों इनके कपड़ों पर...
आओ बच्चो स्कूल चलें
नन्हें दोस्तों ! किसी भी चीज की प्रारंभिक तैयारी यदि सही तरीके से और सावधानी पूर्वक कर ली जाए तो बाकी का काम बेहद आसान हो जाता है। एक नयी कक्षा की तैयारी भी आपको अभी से मजबूती के साथ करनी होगी ताकि पूरा साल आप पर पढ़ाई का दबाव न पड़े और आप आशानुसार अपन...
शेर और किशमिश
एक खूबसूरत गांव था। चारों ओर पहाड़ियों से घिरा हुआ। पहाड़ी के पीछे एक शेर रहता था। जब भी वह ऊंचाई पर चढ़कर गरजता था तो गांव वाले डर के मारे कांपने लगते थे। कड़ाके की ठंड का समय था। सारी दुनिया बर्फ से ढंकी हुई थी। शेर बहुत भूखा था। उसने कई दिनों से कुछ न...