दो मछलियां और एक मेंढक
एक बार की बात है, एक तालाब में दो मछलियां और एक मेंढक साथ रहा करते थे। एक मछली का नाम शतबुद्धि और दूसरी का नाम सहस्त्रबुद्धि था। वहीं, मेंढक का नाम एकबुद्धि था। मछलियों को अपनी बुद्धि पर बड़ा घमंड था, लेकिन मेंढ़क अपनी बुद्धि पर कभी घमंड नहीं करता था। ...
गंदा राजा और शैतान खरगोश
बहुत पुरानी बात है। मॉरिशस में एक राजा रहता था। दुनिया के तमाम आलसी राजाओं की तरह वह राजा भी आलसी था और नहाता नहीं था। न नहाने के कारण उसके शरीर पर मैल की मोटी परत जम गयी। एक बार उसका शरीर खुजलाने लगा। इससे शरीर पर दाने निकल आए। राजा खुजली, दर्द और द...
लघुकथा : बड़ी सोच
एक बार एक आदमी ने देखा कि एक गरीब फटेहाल बच्चा बड़ी उत्सुकता से उसकी महंगी ऑडी कार को निहार रहा था। गरीब बच्चे पर तरस खा कर अमीर आदमी ने उसे अपनी कार में बैठा कर घुमाने ले गया।
लड़के ने कहा-‘‘साहब आपकी कार बहुत अच्छी है, यह तो बहुत कीमती होगी न...।’’
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गणित को असान बनाने के आसान तरीके
हमारे देश में आमतौर पर ऐसे विद्यार्थी हर एक स्कूल में मिल जाते है जो मैथ नाम के सब्जेक्ट से अक्सर डरते है, इसलिए हम आज इस आर्टिक्ल में आपके गणित नाम का भूत भगाने की कोशिश करेंगे, उम्मीद है कि इसको पढ़ने के बाद आपको गणित भी दूसरे सब्जेक्ट की तरह आसान ल...
सबसे अच्छे धरतीवासी
कुशीनगर कस्बे से कुछ दूरी पर एक वैज्ञानिक डॉ. कृष्णकांत रहते थे। उनका एक बेटा था कपिल। कपिल को पढ़ने का बहुत शौक था। वह अपने पिता से तरह-तरह के प्रश्न पूछता रहता था। उसका मन बहलाने के लिए उसके पिता ने उसे दो पालतू जानवर ला दिए थे।
एक दिन कपिल के पिता...
Hardworking Ramu : मेहनती रामू
अक्सर बचपन में बच्चे मां-बाप की गोद में खेलते हैं। दोस्तों के साथ उछल-कूद मचाते हैं पर रामू को यह सब नसीब नहीं हुआ क्योंकि बचपन में ही उसके माता-पिता की एक रेल दुर्घटना में मौत हो गई थी। वह अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था।
उस समय वह मात्र आठ वर्ष का ...
रोटी या पाप
उगते सूरज की किरणें अभी समंदर की इठलाती लहरों को चूम भी नहीं पाई थीं कि फुटपाथ पर बैठे भिखारियों में आपा-धापी मच उठी। सेठ शांति लाल की मोटर वहां आकर रुक चुकी थी। उसकी आवाज उन्हें उसी तरह उद्वेलित कर देती थी, जैसे भोजन का समय होने पर गली में घुमने वाल...
पशुओं से प्यार
रतन को वह पिल्ला बहुत प्यारा लगने लगा। जब भी उसे समय मिलता, वह पिल्ले के साथ खेलता रहता। एक दिन रतन काम पर गया तो पिल्ला भी उसके साथ चला गया।
Seven fools : सात मूर्ख
किसान बीमार था फिर भी पुत्रों का मन रखने के लिए वह लड़खड़ाते हुए उठा और खीर बनाकर बेटों को दे दी। सातों के सात बेटे खीर खाने को बेताब थे। एक ने खीर चखी तो उसमें शक्कर नहीं थी। बड़े भाई ने छोटे से कहा, ‘दुकान पर जाओ और एक आने की शक्कर ले आओ, तब तक खीर ठंडी भी हो जाएगी। जल्दी जाओ।’
बंदर और मगर की मित्रता
बंदर और मगर दोनों बड़े पुराने मित्र थे पर उनकी मित्रता अधिक नहीं निभ पाई। हुआ यह कि एक दिन मगरनी की नीयत खराब हो गई। उसने सोचा कि बंदर मीठे-मीठे फल खाता है, इसलिए उसका कलेजा भी मीठा होगा। मगरनी की जिद्द पर मगर, बंदर को धोखा देकर अपनी पीठ पर बैठा ले गय...