सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां व आदरणीय ‘रूह दी’ हनीप्रीत इन्सां गत 25 नवंबर को शाह सतनाम जी आश्रम, बरनावा (उत्तर प्रदेश) से आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से आॅनलाइन रूबरू हुए। इस दौरान पूज्य गुरु जी ने आमजन द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया।
सवाल : गुरु जी ‘चैट पे चैट सॉन्ग’ के अंत में आपने जो हुक स्टैप किया है, बहुत ही शानदार है। इसको कैसे प्लान और कोरियोग्राफ किया?
पूज्य गुरु जी का जवाब : बस जल्दी थी क्योंकि कल (24 नवंबर को) ही वो सारा शॉट हुआ है। सीन कल (24 नवंबर को) ही शाम को छह बजे के करीब लिए गए हैं। तो बड़ा मुश्किल था, लेकिन फिर भी थोड़ा सा ख्याल में आया, कोरियाग्राफी पहले करवा देते थे, तो थोड़ा सा स्टैप था वो कोई लंबा-चौड़ा नहीं था, तो वो कर दिया और आपको पसंद आ गया, बहुत खुशी है।
सवाल : गुरु जी आपके छह करोड़ बच्चों में छोटे-बड़े हर उम्र के हैं। आप सबके साथ कैसे तालमेल बिठा पाते हैं? आप उनकी केयर भी करते हैं, सारा कुछ मैनेज करते हैं, लोग तो घरों में दो बच्चों को नहीं संभाल पाते।
पूज्य गुरु जी का जवाब : ये राम जी की कृपा है, गुरु जी (शाह सतनाम जी महाराज) की कृपा है कि वो ऐसा करवा लेते हैं। चाहे छोटा बच्चा हो, बड़ा हो, बुजुर्ग हो, ये गुरु जी का रहमोकर्म, कृपा है। बच्चे के साथ हम बच्चा हो लेते हैं, उसकी भावना को समझते हुए वैसे ही बात करते हैं वो खुश हो जाता है। बड़ा है तो उसको उस तरह से समझा दिया जाता है, ये राम जी ही ख्याल देते रहते हैं और हम बताते रहते हैं।